सुप्रीम कोर्ट ने बीसीसीआइ से कहा 'ठीक हो जाओ, वरना हम ठीक करेंगे'
लोढ़ा कमेटी ने सुप्रीम कोर्ट में अपनी रिपोर्ट सौंप दी है। समीति ने इस रिपोर्ट में कहा है कि बीसीसीआइ लोढ़ा कमेटी की सिफारिशों को लागू नहीं करना चाहता है
नई दिल्ली। लोढ़ा कमेटी ने सुप्रीम कोर्ट में अपनी रिपोर्ट सौंप दी है। समीति ने इस रिपोर्ट में कहा है कि बीसीसीआइ लोढ़ा कमेटी की सिफारिशों को लागू नहीं करना चाहता है। इतना ही नहीं रिपोर्ट में यहां तक कहा गया है कि भारतीय बोर्ड बदलावों को लागू करने के लिए भी तैयार नहीं है।
समीति ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि बीसीसीआइ उसकी सिफारिशों और बताए गए उपायों को लागू नहीं कर रहा है। समीति ने कहा है कि ये सिफारिशें भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के कामकाज में सुधार लाने के लिए दी गई हैं। पैनल ने चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया से गुहार लगाई है कि इस मामले की जल्द सुनवाई की जाए। इस पर चीफ जस्टिस ने कहा, 'हम मामले की सुनवाई करेंगे।' सुप्रीम कोर्ट ने बीसीसीआइ को इस मामले में जवाब दाखिल करने के लिए 6 अक्टूबर तक का समय दिया है। लोढ़ा समीति ने आरोप लगाया है कि बीसीसीआइ हर कदम पर सुधारों को रोकने में लगा हुआ है।
गौरतलब है कि लोढ़ा समीति की सिफारिशों में बीसीसीआइ के उच्च पदाधिकारियों के हटाने की मांग की है। इसमें बीसीसीआइ के चीफ अनुराग ठाकुर समेत कई अन्य उच्च अधिकारी शामिल हैं। बता दें कि पिछले काफी लंबे समय से बीसीसीआइ में नेताओं और व्यापारियों को शामिल न करने की आवाज उठ रही थी। लेकिन आइपीएल के दौरान ललित मोदी विवाद और कथित तौर पर बीसीसीआइ में अनियमित्ताओं की खबरों ने इस मांग को रफ्तार दे दी। जिसके बाद बीसीसीआइ में सुधारों के लिए लोढ़ा समिति को जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
लोढ़ा समीति की रिपोर्ट में कहा गया है कि बीसीसीआइ ने सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का उल्लंघन किया है। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा, 'आप (बीसीसीआइ) भगवान की तरह व्यवहार कर रहे हो। ठीक हो जाओ, वरना फिर हम ठीक करेंगे।'
बता दे कि उच्चतम न्यायालय ने 2013 आइपीएल स्पाट फिक्सिंग और सट्टेबाजी प्रकरण के बाद लोढ़ा समिति का गठन किया था।