मप्र कांग्रेस की कमान कमलनाथ को देने के लिए लामबंदी
भोपाल में रहने के दौरान कमलनाथ पार्टी विधायकों के साथ विधानसभा घेराव के आंदोलन की भी अगुवाई करेंगे।
नईदुनिया, नई दिल्ली। मध्य प्रदेश कांग्रेस की कमान पूर्व केंद्रीय मंत्री कमलनाथ को देने को लेकर एक बार फिर पार्टी में लामबंदी तेज हो गई है। इस बार खुद कमलनाथ सक्रिय हुए हैं। इसके तहत 21 फरवरी को वे भोपाल पहुंचेंगे, जहां पार्टी के सभी विधायकों से चर्चा करेंगे। इस दौरान उन्होंने विधायकों के लिए एक भोज भी रखा है। यह संभवत: 21 या 22 फरवरी की शाम को होगा।
भोपाल में रहने के दौरान कमलनाथ पार्टी विधायकों के साथ विधानसभा घेराव के आंदोलन की भी अगुवाई करेंगे। इसकी पूरी तैयारी दिल्ली से ही चल रही है। इस बीच आॉल इंडिया कांग्रेस कमेटी (एआइसीसी) के पास भी प्रदेश के तमाम विधायकों ने चिट्ठी या राय पहुंचाई है, जिसमें प्रदेश में कांग्रेस की मजबूती के लिए कमलनाथ को जिम्मेदारी देने की बात कही गई है। पार्टी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने बताया कि कमलनाथ की रुचि और प्रदेश से मिल रहे रुझान को देखते हुए पार्टी भी अब उन्हें लेकर लगभग सहमत हो गई है। उसका मानना है कि अब ज्यादा देरी ठीक नहीं है। 11 मार्च के बाद कांग्रेस पार्टी इसकी कभी भी घोषणा कर सकती है।
नेता प्रतिपक्ष का चुनाव 19 को
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष को लेकर कांग्रेस में जोर आजमाइश तेजी से चल रही है। पार्टी ने 19 फरवरी को नेता प्रतिपक्ष के चुनाव का फैसला लिया है। दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष अजय माकन को पर्यवेक्षक नियुक्त किया है। माना जा रहा है कि वह विधायकों की आम सहमति से नए नेता प्रतिपक्ष का ऐलान करेंगे। वहीं दिल्ली में नेता प्रतिपक्ष के लिए मुकेश नायक का नाम प्रमुखता से सामने आ रहा है।
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