साहित्य के महाकुंभ जयपुर महोत्सव का समापन
पांच दिनों तक चले साहित्य महोत्सव का समापन हो गया। साहित्य के इस महाकुंभ में 300 से ज्यादा साहित्यकारों और 150 से ज्यादा संगीतकारों ने हिस्सा लिया। अंतिम दिन होने के चलते बड़ी संख्या में लोग महोत्सव में पहंुचे। रविवार को मशहूर साहित्यकार नारायण मूर्ति और चेतन भगत का सत्र
जयपुर। पांच दिनों तक चले साहित्य महोत्सव का समापन हो गया। साहित्य के इस महाकुंभ में 300 से ज्यादा साहित्यकारों और 150 से ज्यादा संगीतकारों ने हिस्सा लिया। अंतिम दिन होने के चलते बड़ी संख्या में लोग महोत्सव में पहंुचे। रविवार को मशहूर साहित्यकार नारायण मूर्ति और चेतन भगत का सत्र हुआ।
अपने प्रशंसकों से मुखातिब चेतन भगत ने कहा कि मैं खुद को एक हाउस हसबैंड कहता हूं क्योंकि मेरी बीवी अनुषा जॉब पर जाती है और मैं घर में बैठकर लिखता हूं। नारीवाद पर अपनी राय रखते हुए उन्होंने कहा कि कोई धर्म हमें क्यों सिखाएगा कि औरतों की इज्जत करनी चाहिए। क्या हमें ये अपने आप पता नहीं होना चाहिए। ये तो हमारे संस्कृति में है। सत्र के दौरान बच्चों के सवालों की बारी आई तो चेतन ने कहा, मैं तो 13 साल की उम्र में ये सवाल पूछता-'ओह चेतन क्या आप आलिया भट्ट से मिले हैं?' लेकिन आप मुझसे पूछ रहे हैं कि-अगर लड़की एक लड़के को रिजेक्ट करती है तो लड़का उस पर एसिड क्यों फेकता है?
बिना फिल्म देखे लिखते हैं समीक्षा : सोनम
महोत्सव में अभिनेत्री सोनम कपूर ने भी शिरकत की। उन्होंने लेखिका अनुपमा चोपड़ा की किताब 'द फ्रंट रो : कन्वर्सेशन्स ऑन सिनेमा' का विमोचन किया। उन्होंने कहा कि कई लोग फिल्म नहीं देखते और उसकी समीक्षा कर देते है। यह फिल्म का गलत आंकलन है जिससे दुख होता है। फिल्म समीक्षा हो या समाचार, दोनों में ही रिसर्च होना चाहिए। सोनम ने कहा कि उन्हें पेड न्यूज में कोई बुराई नहीं नजर आती है। विज्ञापन भी तो इसी का रूप है।
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