‘अर्थ आवर’: धरती की खातिर, एक घंटे के लिए लाइट्स 'ऑफ'
अर्थ आवर के तहत देशभर में अनेकों प्रसिद्ध स्मारकों व भवनों की लाइट शनिवार रात 8.30 से 9.30 बजे तक बंद रही।
नई दिल्ली (जेएनएन)। अर्थ आवर के तहत देशभर में अनेकों प्रसिद्ध स्मारकों व भवनों की लाइट शनिवार रात 8.30 से 9.30 बजे तक बंद रही। इन स्मारकों में इंडिया गेट, राष्ट्रपति भवन, लाल किला, अक्षरधाम मंदिर, कुतुब मीनार, सफदरजंग मकबरा और लोटस टेंपल शामिल है। वर्ल्ड वाइल्डलाइफ फंड ने 2007 में सिडनी में मूवमेंट शुरू किया था और अब शनिवार को जलवायु परिवर्तन के प्रति जागरुकता के लिए दिल्ली में साइक्लोथॉन और वॉकथॉन का आयोजन किया गया।
एक घंटे बिजली गुल रख कोलकाता में मनाया गया अर्थ आवर
अर्थ आवर' पर शनिवार को कोलकाता की कई प्रमुख इमारतों में एक घंटे के लिए बिजली बंद रखी गई। यहां के कई होटलों, कार्यालयों व भारतीय संग्रहालय ने वैश्विक पहल के आठवें संस्करण की इस मुहिम में हिस्सा लिया। इसके तहत रात 8.30 से 9.30 बजे के बीच सभी जगह लाइट बंद कर दी गई। भारतीय संग्रहालय से लेकर टाटा सेंटर तक, ताज बंगाल से लेकर अन्य पांच सितारा होटलों व रेस्तरां ने इस मुहिम में शिरकत की। इस दौरान लाइट का स्विच ऑफ कर प्रतीकात्मक तौर पर सार्वजनिक जागरूकता पैदा करने की कोशिश की गई।
इस संबंध में वर्ल्ड वाइल्ड लाइफ फंड (डब्ल्यूडब्ल्यूएफ), कोलकाता की निदेशक सस्वाती सेन ने बताया कि महानगर के अलावा पश्चिम बंगाल के कई जिलों में अर्थ आवर मनाया गया। इसके साथ ही उन्होंने बिजली बचाने के लिए लोगों को जागरूक करने पर जोर दिया और कहा कि इसके लिए ऊर्जा के कुशल प्रबंधन के साथ कम बिजली खपत करने वाली लाइटों के इस्तेमाल की आवश्यकता है।
राजभवन सहित कई सरकारी इमारतों में एक घंटे बंद रही बिजली
जलवायु और पर्यावरण संरक्षण के लिए राजभवन सहित कई सरकारी भवनों में शनिवार रात एक घंटे के लिए बिजली बंद कर अर्थ ऑवर डे मनाया गया। इस दौरान कई महत्वपूर्ण भवन अंधेरे में डूबे रहे। राज्यपाल राम नाईक व अन्य ने इस दौरान मोमबत्ती की रोशनी में काम किया। उधर, विद्युत उपभोक्ता परिषद ने भी इस मौके पर उपभोक्ताओं से बिजली बचाने की अपील की है।
राजभवन में रात्रि 8.30 से 9.30 तक 'अर्थ-ऑवर' मनाया गया। इस मौके पर राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि ऊर्जा बचत की दृष्टि से अर्थ-आवर का आयोजन महत्वपूर्ण है। इससे हमंे जहां गैर जरूरी बिजली का उपयोग न करने का संदेश मिलता है। उन्होंने सौर ऊर्जा के ज्यादा से ज्यादा प्रयोग पर जोर दिया। हर साल मार्च में दुनिया के लगभग 162 देशों के सात हजार शहरों में रात साढ़े आठ से साढ़े नौ बजे के बीच अर्थ ऑवर डे मनाया जाता है। इसकी शुरुआत आस्ट्रेलिया के सिडनी में हुई थी। तब से लगातार सभी देशों में एक घंटे बिजली की बचत कर जलवायु परिवर्तन के लिए जागरुकता पैदा की जाती है।
उप्र राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद का कहना है कि प्रदेश के सभी विद्युत उपभोक्ता यदि बिजली की एक घंटे बचत करें तो करीब 5.52 करोड़ रुपये की बिजली बचेगी। अर्थ ऑवर डे पर उपभोक्ता परिषद ने प्रदेश के सभी लगभग 1.85 करोड़ विद्युत उपभोक्ताओं से बिजली बचाने की अपील की है।
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