संयुक्त राष्ट्र ने की 2020 के 17 यंग लीडर्स की घोषणा, भारत के उदित सिंघल भी हैं इसमें शामिल
संयुक्त राष्ट्र ने अपने 17 यंग लीडर्स में भारत के उदित सिंघल को भी शामिल किया है। वो कांच की बोतलों से हो रहे पर्यावरण के नुकसान को लेकर लोगों को जागरुक करते हैं।
नई दिल्ली (ऑनलाइन डेस्क)। संयुक्त राष्ट्र ने भारत के उदिन सिंघल को टिकाऊ विकास लक्ष्यों की प्राप्ति के प्रयासों में उल्लेखनीय भूमिका निभाने वाले 17 पैरोकारों के साथ चुनकर उन्हें वर्ष 2020 के युवा चैम्पियन के रूप में मान्यता दी है। 2020 के लिए चुने गए इन युवा चैम्पियंस को दुनिया के विभिन्न क्षेत्रों से चुना गया है और इनकी उम्र 18 से 29 वर्ष के बीच है। संयुक्त राष्ट्र की तरफ से इन युवा चैंपियंस की घोषणा हर दो साल में होती है।
उदित सिंघल भारत में Glass2Sand के फाउंडर हैं। इसके तहत वो लोगों को जीरो वेस्ट इकोसिस्टम के बारे में लोगों को जागरुक करते हैं। उन्होंने दिल्ली में इसकी शुरुआत अपने घर में मौजूद कांच की ऐसी बोतलों से की जिनका इस्तेमाल काफी समय से नहीं किया जा रहा था। इनको कूड़ा बीनने वाले भी उठाकर नहीं ले जाते थे जिसकी वजह से ये एक ही जगह पर काफी समय तक पड़ी रहती थीं और पर्यावरण को नुकसान पहुंचाती थीं। इनको अधिकतर मैदानों में फैंक दिया जाता था जहां वर्षों बार भी ये डिकंपोस्ट नहीं होती थीं।
भारत के उदित के अलावा संयुक्त राष्ट्र ने जिन अन्य 16 लोगों को युवा चैंपियंस के तहत चुना है उनमें पाकिस्तान, ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, ब्राज़ील, बुल्गारिया, चीन, कोलंबिया, मिस्र, भारत, आयरलैण्ड, लाइबेरिया, नाइजीरिया, पेरू, सेनेगल, तुर्की, युगांडा और अमेरिका के लोग भी शामिल हैं। ये सभी लोग चुनौतियों का सामना करने के रचनात्मक समाधान तलाश कर रहे हैं, साथ ही सभी के लिये एक बेहतर भविष्य बनाने के लिए युवा पीढ़ी को प्रेरित कर रहे हैं। यूएन के सस्टेनेबल डेवलेपमेंट गोल के लिए ये लोग दुनिया के हर क्षेत्र की विविधतापूर्ण युवा आवाजों का प्रतिनिधित्व करते हैं।
युवा मामलों पर संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटारेस की विशेष दूत जयथमा विक्रमानायके का कहना है कि दुनिया के सामने इस अभूतपूर्व दौर में, 2020 के युवा चैम्पियन इस मुहिम का एक चमकता उदाहरण हैं कि युवा किस तरह से सभी के लिये एक टिकाऊ और समावेशी भविष्य बनाने का रास्ता दिखा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी से बुरी तरह से प्रभावित होने के बावजूद, दुनिया भर के युवा बेहतर पुनर्बहाली के रचनात्मक समाधान तलाशने और लक्ष्यों को हासिल करने की दिशा में असीमित सहनशीलता, मजबूती, संसाधन उपयोगिता और नेतृत्व दिखा रहे हैं।
उदिन ने Glass2Sand की शुरुआत विश्व पर्यावरण दिवस 2019 के मौके पर की थी। उस वक्त उनकी उम्र महज 17 वर्ष थी। इस प्रोजेक्ट के लिए न्यूजीलैंड के भारत में हाई कमिश्नर ने उन्हें विशेष आर्थिक सहायता उपलब्ध करवाई थी। इसके तहत उन्होंने एक मुहिम चलाई जिसका स्लोगन था 'Drink Responsibly, Dispose Responsibly'। इसमें न्यूजीलैंड के साथ करीब 10 डिप्लोमेटिक मिशन का भी सहयोग उन्हें मिला। धीरे-धीरे उनकी इस मुहिम में 65 से अधिक वोलेंटियर शामिल हो गए। इन्होंने मिलकर दिल्ली की विभिन्न जगहों पर पड़ी हजारों कांच की बेकार पड़ी बोतलों को एकत्रित किया। इनसे करीब 5 हजार किग्रा का सिलिका सेंड तैयार किया गया। जिसका आगे उपयोग किया गया।
ये भी हैं यंग लीडर्स
पाकिस्तान हादिक बशीर, ऑस्ट्रेलिया के टिम लो सूरडो, बांग्लादेश के जहीन राजीन, ब्राजील की राफ टॉन्जेस, बुल्गारिया के मार्टिन, चीन के जिशेन ल्यू, कोलम्बिया की तानिया रोजास, लाइबेरिया की सट्टा शेरिफ, नाइजीरिया की ओलूवसूयूं अयोदजी ओसोवॉबी, सेनेगल की मरियाना जांबोनी बादजी, तुर्की की लायडा एसकिटासियोग्लू , युगांडा की वेनिसा नकाटे, मिस्र के लॉय राडवान, आयरलैंड की सियेना कास्टलान , पेरू के लेस्टर फिलिफ वर्गस एंजल्स, और अमेरिका के एवाई यंग।