Move to Jagran APP

मणिपुर में खोई जमीन हासिल करने में लगी वाम दल

मणिपुर विधानसभा चुनाव के जरिए वाम दल एक बार फिर से राज्य में अपनी राजनीतिक जमीन तलाश रहे हैं।

By Suchi SinhaEdited By: Published: Mon, 20 Feb 2017 12:05 PM (IST)Updated: Mon, 20 Feb 2017 01:18 PM (IST)
मणिपुर में खोई जमीन हासिल करने में लगी वाम दल
मणिपुर में खोई जमीन हासिल करने में लगी वाम दल

मणिपुर (पीटीआई)। लंबे समय से मणिपुर की राजनीति से दूर हो चुकी भाकपा और सीपीआइएम एक बार फिर से राज्य में अपनी खोई जमीन हासिल करने चली है। इस विधानसभा चुनाव में पार्टी ने अपने 50 उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं।

loksabha election banner

दिग्गज वामपंथी नेता हिजम इराबोट सिंह के अधिन मणिपुर में वाम आंदोलन का लंबा इतिहास रहा है। जिन्हें आमतौर पर जननेता हिजाम के नाम से भी जाना जाता था, लेकिन अब राज्य में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए वाम दल मुश्किल लड़ाई लड़ रही है।

भाकपा और सीपीआइएम ने अन्य धर्मनिरपेक्ष और समान विचारधारा वाली पार्टियों की तरह मिलकर एक मोर्चे का गठन किया है जिसका नाम वाम और लोकतांत्रिक मोर्चा है। इसका भी नेशनल पीपुल्स पार्टी के साथ समायोजन है। ये सभी मणिपुर विधानसभा की 50 सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं।

भाकपा के राज्य सचिव और एलडीएफ के संयोजक एम नारा सिंह का कहना है, 'एक बार हम राज्य में बहुत बड़ी शक्ति के रूप में काबिज थे। हमारे पास सीटों की अच्छी संख्या थी और राज्य सरकार के गठन में हमने निर्णाय भूमिका निभाई थी। लेकिन अब ये सभी अतीत की बात हैं। हम अन्य धर्मनिरपेक्ष और समान विचारधारा वाली पार्टियों के साथ मिलकर एक बार फिर से राज्य में अपनी जमीन तैयार कर रहे हैं।'

यह भी पढ़ें: मणिपुर में चुनाव खत्म होते ही शादी करेंगी इरोम शर्मिला

यह भी पढ़ें: मणिपुर: 38 निर्वाचन क्षेत्रों से 215 उम्मीदवारों ने दाखिल किया नामांकन


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.