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मुख्तार अंसारी की हत्या को लंबू शर्मा ने ली थी 6 करोड़ की सुपारी

उत्तर प्रदेश में गाजीपुर के रहने वाले बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी की हत्या के लिए उसी के गुर्गे चांद मिया ने बिहार के आरा निवासी एक बड़े गैंगस्टर लंबू शर्मा को 6 करोड़ रुपये का ऑफर दिया था।

By anand rajEdited By: Published: Wed, 01 Jul 2015 07:50 AM (IST)Updated: Wed, 01 Jul 2015 10:00 AM (IST)
मुख्तार अंसारी की हत्या को लंबू शर्मा ने ली थी 6 करोड़ की सुपारी

नई दिल्ली (राकेश कुमार सिंह)। उत्तर प्रदेश में गाजीपुर के रहने वाले बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी की हत्या के लिए उसी के गुर्गे चांद मिया ने बिहार के आरा निवासी एक बड़े गैंगस्टर लंबू शर्मा को 6 करोड़ रुपये का ऑफर दिया था।

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गैंगस्टर लंबू शर्मा को गत दिनों दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गिरफ्तार किया था। स्पेशल सेल, बिहार पुलिस और आइबी द्वारा पूछताछ के दौरान मुख्तार अंसारी के सफाए के लिए रचे गए षडयंत्र का खुलासा हुआ। चांद मिया मुख्तार अंसारी का ही गुर्गा रहा है। लेकिन किसी डील को लेकर दोनों में झगड़ा हो गया। इसके बाद अंसारी के विरोधी ब्रजेश सिंह गैंग के लिए चांद काम करने लगा।

इस बात से मुख्तार अंसारी पूरी तरह अंजान था। कुछ महीने पूर्व चांद को पता चला था कि आरा जेल में बंद लंबू शर्मा बम बनाने में एक्सपर्ट है। इसके बाद चांद मिया ने आरा जेल जाकर लंबू शर्मा से मुलाकात की और मुख्तार अंसारी को खत्म करने के लिए 6 करोड़ का ऑफर दिया। 50 लाख रुपये एडवांस मिलने पर ही लंबू मुख्तार अंसारी को मारने के लिए तैयार हो गया था।

डील हो जाने पर चांद व उसके गिरोह के बदमाशों ने लंबू को जेल से बाहर निकालने के लिए योजना बनानी शुरू कर दी। लेकिन लंबू 23 जून को नगीना नाम की एक महिला के हाथों बम विस्फोट करवाकर आरा कोर्ट से भागने में सफल हो गया। आरा कोर्ट से फरार होने के बाद लंबू महाराष्ट्र चला गया और वहां से चांद मिया को फोन किया। चांद ने हत्या की पूरी प्लानिंग समझने के लिए उसे अपने पास बुला लिया। चांद व ब्रजेश ने लंबू को मुख्तार को मारने की सुपारी दी।

आगरा जेल में कराई थी पहचान

उसके बाद चांद ने लंबू को आगरा जेल ले जाकर मुख्तार से परिचय कराया कि वह बिहार का कुख्यात गैंगस्टर है। दरअसल चांद पहचान कराने के लिए लंबू को वहां ले गया था। मुख्तार की पहचान करने के बाद लंबू लुधियाना चला गया। उसके बाद चांद ने मुख्तार को मारने की तारीख तय करने के लिए उसे दिल्ली बुलाया। बिहार के जेडीयू सांसद की दिल्ली स्थित कोठी पर बुलाकर उन लोगों ने तारीख तय की थी।

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