नक्सल मोर्चे पर तालमेल में कमी होने पर गिरेगी गाज
गृह मंत्रालय के सुरक्षा सलाहकार ने ओडिशा, मप्र व तेलंगाना के अफसरों से तालमेल पर किया मंथन..
नईदुनिया, रायपुर। छत्तीसगढ़ के नक्सल मोर्चे पर पड़ोसी राज्यों और अर्धसैनिक बलों के बीच तालमेल को लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय के सुरक्षा सलाहकार के. विजय कुमार ने मंथन किया। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सभी अधिकारियों को साफ हिदायत दी कि मिशन 2017 में तालमेल को लेकर कोई दिक्कत आएगी तो गाज गिर सकती है।
पुलिस मुख्यालय के आला अधिकारियों ने बताया कि मिशन 2017 में आपसी तालमेल के साथ अभियान चलाने को लेकर हुई पहली बैठक में उन इलाकों में विशेष फोकस करने का निर्देश दिया गया है, जहां नक्सली अपना पैर जमाने और विस्तार की कोशिश कर रहे हैं। उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार, नए जिलों में नक्सलियों के मूवमेंट में तेजी देखने को मिल रही थी। इसके कारण राजनांदगांव, कवर्धा, सुकमा और बस्तर के एसपी को खासतौर पर बुलाया गया था।
आला अधिकारियों ने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय के अफसरों ने छत्तीसगढ़ के पड़ोसी राज्यों, मध्य प्रदेश के बालाघाट, लांझी, ओडिशा के अफसरों को सर्च ऑपरेशन से लेकर नक्सली मुठभेड़ में सूचनाओं के आदान-प्रदान में सतर्कता और सक्रियता बरतने का निर्देश दिया। बताया जा रहा है कि इंटर स्टेट कम्यूनिकेशन में दिक्कतों के मुद्दे पर भी आला अधिकारियों ने कहा कि कम से कम समय में इसे दूर किया जाए। बैठक में तेलंगाना की ग्रेहाउंड टीम के गु्रप कमांडर तण जोशी और मध्य प्रदेश की हॉक फोर्स के कमांडेंट जयदेवन ने भी कम्यूनिकेशन तकनीक को लेकर चर्चा की। बताया जा रहा है कि जिला पुलिस और अर्धसैनिक बलों के बीच ग्रेहाउंड और हॉक फोर्स की तर्ज पर कम्यूनिकेशन स्थापित करने पर जोर दिया गया।
विस्तार प्लाटून को रोकने पर फोकस
पुलिस मुख्यालय के आला अधिकारियों ने बताया कि सतपुड़ा रेंज की पहाडि़यों पर नक्सलियों की विस्तार प्लाटून सक्रिय हो रही है। यह पहाड़ी अमरकंटक से होते हुए कवर्धा की चिल्फी घाटी तक जाती है। इसके खिलाफ चिल्फी घाटी एरिया में बालाघाट और लांझी के एसपी के साथ तालमेल करके स्पेशल अभियान चलाया जाएगा।
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