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केवीएस का पर्चा लीक, परीक्षा रद

केंद्रीय विद्यालय संगठन (केवीएस) की शिक्षक भर्ती परीक्षा रविवार सुबह पेपर लीक होने के कारण रद कर दी गई। प्राथमिक शिक्षक व प्राथमिक संगीत शिक्षक के 2600 पदों के लिए सुबह दस बजे से देशभर के 158 केंद्रों पर परीक्षा होनी थी।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Mon, 05 Oct 2015 02:09 AM (IST)Updated: Mon, 05 Oct 2015 02:16 AM (IST)
केवीएस का पर्चा लीक, परीक्षा रद

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। केंद्रीय विद्यालय संगठन (केवीएस) की शिक्षक भर्ती परीक्षा रविवार सुबह पेपर लीक होने के कारण रद कर दी गई। प्राथमिक शिक्षक व प्राथमिक संगीत शिक्षक के 2600 पदों के लिए सुबह दस बजे से देशभर के 158 केंद्रों पर परीक्षा होनी थी। दिल्ली में करीब 100 केंद्र बनाए गए थे। परीक्षा रद होने के कारण डेढ़ लाख से अधिक अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्रों से लौटना पड़ा।

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केवीएस के अतिरिक्त आयुक्त (प्रशासन एवं सतर्कता) जीके श्रीवास्तव ने पर्चा लीक की पुष्टि करते हुए बताया कि परीक्षा के आयोजन की जिम्मेदारी दिल्ली के लोधी रोड स्थित ऑल इंडिया मैनेजमेंट एसोसिएशन नामक एजेंसी को दी गई थी। इस एजेंसी को परीक्षा के लिए पेपर तैयार करना, छापना और देशभर में बनाए गए केंद्र पर भेजना था। एजेंसी से इस बाबत रिपोर्ट तलब की गई है।

केवीएस के अतिरिक्त आयुक्त ने बताया कि रविवार सुबह उन्हें रेवाड़ी के एसपी और आइजी के माध्यम से पेपर लीक होने के मामले की जानकारी मिली। पुलिस ने इस प्रकरण में गिरफ्तार किए गए लोगों के विषय में भी बताया। इस सूचना के बाद उच्चस्तरीय बैठक बुलाकर इस विषय पर चर्चा की गई। बैठक में संस्थान को ई-मेल व व्हाट्स एप के माध्यम से उपलब्ध कराए गए लीक हुए पर्चों की जांच की गई। इसमें साफ हुआ कि लीक हुआ प्रश्नपत्र प्राथमिक शिक्षक व प्राथमिक शिक्षक (संगीत) के लिए रविवार सुबह के सत्र में आयोजित परीक्षा का है। मामले की पड़ताल के लिए विशेष कमेटी गठित की गई है। साथ ही परीक्षा रद होने को लेकर पब्लिक नोटिस भी वेबसाइट पर उपलब्ध कराया गया है।

बताया गया है कि हरियाणा की रेवाड़ी पुलिस ने पेपर लीक करने के आरोप में सुबह ही गिरोह के सरगना विजय भुरथला सहित 13 अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया था।

एजेंसी ने की बड़ी चूक

परीक्षा आयोजित करने वाली एजेंसी के स्तर पर बड़ी चूक सामने आई है। संगठन की प्रारंभिक जांच में पता चला है कि परीक्षा के लिए एजेंसी ने कई निजी स्कूलों को भी केंद्र बनाया था। केवीएस के आलाधिकारियों के अनुसार, अमूमन संगठन ऐसी परीक्षाओं के लिए अपने विद्यालयों में ही परीक्षा केंद्र बनाता है। लेकिन इस बार एजेंसी को परीक्षा आयोजित करने की जिम्मेदारी दी गई थी, इसलिए यह चूक हो गई।


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