हमने फिर की वही चूक और फिर एक विरोधी ने चढ़ा लिया कॉलर
पिछले साल की चूक से शायद टीम इंडिया ने अब तक कोई सीख नहीं ली। दरअसल पिछले साल कुछ ऐसा हुआ था जिसकी वजह से पूरी दुनिया में टीम इंडिया की आलोचनाएं शुरू हो गई थीं। उम्मीद थी कि अपनी जमीन पर होने वाला पहला टी20 विश्व कप करीब आ
(शिवम् अवस्थी), नई दिल्ली। पिछले साल की चूक से शायद टीम इंडिया ने अब तक कोई सीख नहीं ली। दरअसल पिछले साल कुछ ऐसा हुआ था जिसकी वजह से पूरी दुनिया में टीम इंडिया की आलोचनाएं शुरू हो गई थीं। उम्मीद थी कि अपनी जमीन पर होने वाला पहला टी20 विश्व कप करीब आ रहा है ऐसे में भारतीय टीम पुरानी गलतियों से सीखते हुए दम लगाकर खेलेगी लेकिन पुणे में मंगलवार को फिर वही हुआ......
- 2015 की वो सीरीजः
2015 में भारत ने बांग्लादेश दौरा किया था। कम ही लोग भूलेंगे होंगे वो सीरीज जहां बांग्लादेश ने वनडे सीरीज में टीम इंडिया को चारों खाने चित्त करते हुए वनडे सीरीज अपने नाम की थी। उस सीरीज में भारतीय टीम की सबसे बड़ी भूल थी बांग्लादेश को हल्के में लेना और उससे भी बड़ी भूल थी उनके युवा गेंदबाज मुस्तफिजुर रहमान को हल्के में लेना। इस 19 वर्षीय गेंदबाज ने अपने पहले ही वनडे मैच में 5 विकेट झटक लिए, दूसरे मैच में फिर उन्होंने 6 विकेट झटके और तीसरे मैच में 2 विकेट हासिल करते हुए वो वनडे क्रिकेट के इतिहास में अपनी पहली ही सीरीज में 13 विकेट लेने वाले पहले गेंदबाज बन गए। भारत को हवा भी नहीं लगी और बांग्लादेश को एक नया स्टार खिलाड़ी मिल गया था।
- नहीं बदला रवैया, फिर बना एक हीरोः
पिछले साल जहां रहमान सीना चौड़ा करके पवेलियन लौटे थे वहीं इस बार एक 22 वर्षीय श्रीलंकाई गेंदबाज कॉलर चढ़ाकर पवेलियन वापस लौटा। वो भी तब जब इस बार भारतीय टीम टी20 रैंकिंग में शीर्ष स्थान पर होने के साथ-साथ अपनी ही जमीन पर खेल रही थी। ये गेंदबाज हैं कसुन रजिथा जो अपना डेब्यू कर रहे थे। रजिथा ने पुणे टी20 में मंगलवार को पहले ही ओवर में रोहित शर्मा और अजिंक्य रहाणे जैसे दिग्गज धुरंधरों को 5 के कुल स्कोर पर पवेलियन का रास्ता दिखा दिया। जबकि कुछ देर बाद शिखर धवन भी उनका शिकार बन गए। ये उन्हीं की गेंदबाजी थी जिसके दम पर श्रीलंका ने भारतीय टीम को 101 रन पर समेटा और फिर 5 विकेट से मात देकर सीरीज में 1-0 की बढ़त बनाई। उम्मीद है कि अगले मैच में किसी युवा खिलाड़ी को धौनी सेना हल्के में लेने की चूक नहीं करेगी।