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यूरिया के साथ एनपीके का भी उत्पादन करेगी 'कृभको'

ओसीपी भारत में कृभको के साथ मिलकर मिश्रित खाद का उत्पादन करेगी।

By Manish NegiEdited By: Published: Fri, 21 Oct 2016 07:30 PM (IST)Updated: Fri, 21 Oct 2016 08:02 PM (IST)
यूरिया के साथ एनपीके का भी उत्पादन करेगी 'कृभको'

नई दिल्ली, (जागरण ब्यूरो)। फर्टिलाइजर उत्पादन में दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी ओसीपी भारत में कृभको के साथ मिलकर मिश्रित खाद का उत्पादन करेगी। फिलहाल कृभको देश में यूरिया का उत्पादन करती है, जो अब एनपीके का भी उत्पादन करेगी। दोनों प्रमुख कंपनियों के संयुक्त उपक्रम को स्थापित करने में 1540 करोड़ रुपये की लागत आने का अनुमान है। स्थापित होने वाले संयंत्र में कुल 12 लाख टन एनपीके का उत्पादन किया जाएगा। यह जानकारी कृभको के चेयरमैन डाक्टर चंद्रपाल यादव ने एक संवाददाता सम्मेलन में दी।

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देश में एनपीके और डीएपी जैसी मूलभूत खाद की भारी कमी है, जिसे पूरा करने के लिए आयात ही एकमात्र सहारा है। इन मिश्रित खाद के उत्पादन में देश को आत्मनिर्भर की दिशा में इसे बड़े प्रयास के रूप में देखा जा रहा है। डाक्टर यादव ने कहा कि हमारे खेतों की मिट्टी में फास्फोरिक एसिड जैसे तत्वों की भारी कमी है, जिसे इन खादों से पूरा किया जा सकता है। इससे खाद्य सुरक्षा को बल मिलेगा। यादव ने एक सवाल के जबाब में बताया कि कृभको जल्दी ही मोरक्को में भी खाद बनाने की कंपनी के रूप में निवेश करेगी, जिसमे ओमान बराबर का साझेदार होगा।

आंध्र प्रदेश के कृष्णपट्टनम में बंदरगाह के नजदीक इसके संयंत्र की स्थापना की जाएगी। सहकारी क्षेत्र की कंपनी की इस संयुक्त परियोजना में मोरक्को की कंपनी की हिस्सेदारी 50 फीसद की होगी। कंपनी में उत्पादन अगले साल शुरु हो जाएगा, लेकिन व्यावसायिक उत्पादन अप्रैल 2019 में चालू होगा। इस मौके पर फर्टिलाइजर राज्यमंत्री मनसुख भाई मंडाविया भी उपस्थित थे। उन्होंने कहा कि किसानों के सहकार वाली इफको और कृभको ने इस देश में इतिहास रच दिया है। कृभको की उपलब्धियों की प्रशंसा करते हुए मंडाविया ने कहा कि यह किसानों के हितों का पूरा ध्यान रखती है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों की आमदनी को दोगुना करने का लक्ष्य रखा है। इसके लिए उत्पादकता बढ़ाना जरूरी है, जिसे उचित खाद से ही बढ़ाया जा सकता है। खाद्यान्न मामलों में आत्मनिर्भर होने के पीछे किसानों की मेहनत और सहकारिता का पूरा हाथ है। उन्होंने कहा कि इस नई कंपनी के उत्पादन शुरु होने के बाद देश में खाद के आयात में 10 लाख टन की कमी आएगी। मिट्टी की जांच वाले कार्ड को आधार से जोड़ा जाएगा, जिससे खाद की खरीद करते समय किसानों को उचित खाद की आपूर्ति की जा सकेगी। इस मौके पर ओसीपी मोरक्को के प्रबंध निदेशक मुस्तफा समेत उनके आला अफसर मौजूद थे।

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