हिंसा के बीच हुआ कोलकाता निगम चुनाव
पश्चिम बंगाल में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव का सेमीफाइनल माना जाने वाला कोलकाता नगर निगम चुनाव शनिवार को बमबाजी, गोलीबारी, बूथ कब्जा व हमले के बीच संपन्न हो गया। राजभवन के सामने शरारती तत्वों ने तीन बम धमाके किए, जबकि गिरीश पार्क में कांग्रेस व तृणमूल के बीच
जागरण संवाददाता, कोलकाता। पश्चिम बंगाल में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव का सेमीफाइनल माना जाने वाला कोलकाता नगर निगम चुनाव शनिवार को बमबाजी, गोलीबारी, बूथ कब्जा व हमले के बीच संपन्न हो गया। राजभवन के सामने शरारती तत्वों ने तीन बम धमाके किए, जबकि गिरीश पार्क में कांग्रेस व तृणमूल के बीच संघर्ष को रोकने गए एसआइ जगन्नाथ मंडल गोली लगने से घायल हो गए। महानगर के 144 वार्डो पर करीब 62 फीसद मतदान हुआ।
सुबह सात बजे मतदान शुरू होने के साथ ही विभिन्न वार्डों में बमबाजी, गोलीबारी, तोड़फोड़, प्रत्याशियों पर हमले और बूथ दखल का सिलसिला भी शुरू हो गया। इस दौरान ¨हसा में 40 लोगों के घायल होने की सूचना है। कुछ जगहों पर मीडियाकर्मियों को भी मारा-पीटा गया।
दिनभर गड़बड़ी की बात से इन्कार करने वाले राज्य चुनाव आयोग के आयुक्त सुशांत रंजन उपाध्याय ने शाम को 65-70 जगहों पर धांधली की बात स्वीकार की। 99 नंबर वार्ड से भाजपा प्रत्याशी एवं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राहुल सिन्हा के भाई शांतनु सिन्हा पर भी गोली चलाई, लेकिन वह बच निकले।
विरोधियों ने तृणमूल को घेरा
विरोधी दलों ने सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस पर ¨हसा फैलाने व चुनाव में धांधली करने का आरोप लगाते हुए इसे रद किए जाने की मांग की है। जबकि तृणमूल ने चुनाव को शांतिपूर्ण बताया और सहयोग के लिए जनता को धन्यवाद दिया। कांग्रेस ने कहा कि तृणमूल के आतंक की वजह से कई जगह लोग वोट नहीं दे सके।
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