असम में बाढ़ से 27 की मौत, राजनाथ ने किया हवाई दौरा; जानिए 10 महत्वपूर्ण बातें
बाढ़ग्रस्त असम में अब तक 27 लोगों की जान चली गई है। वहांं के हालात का जायजा लेने के लिए गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को हवाई सर्वे किया।
गुवाहाटी। लगातार हो रही बारिश के चलते देश के कई हिस्सों में लोगों का जन-जीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया। जगह-जगह जल जमाव और बाढ़ के पानी से लोगों की जिंदगी थम सी गई है। हालात ऐसे हो गए हैं कि लोग अपने घर से बाहर तक नहीं निकल पा रहे हैं। भारी बारिश और बाढ़ के चलते देश के अलग-अलग हिस्सों में अब तक कई जानें जा चुकी हैं। बात अगर असम की करें तो यहां बाढ़ के चलते अब तक करीब 27 लोगों की मौत हो चुकी है।
शनिवार को गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने असम के हालात का जायजा लिया। बाढ़ से जुड़ी ये हैं दस महत्वपूर्ण बातें-
1- गृहमंत्री ने बाढ़ के हालात का जायजा लेने के बाद मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल के साथ समीक्षा बैठक की। इस बैठक में उन्होंने कहा कि असम के मुख्यमंत्री ने उन्हें बाढ़ को लेकर ज्ञापन दिया है जिसका मंत्रिस्तरीय टीम अध्ययन करेगी। उसके बाद केन्द्र की तरफ से लिए जानेवाले कदमों पर फैसला किया जाएगा।
2-राजनाथ सिंह ने कहा कि इसे प्राकृतिक आपदा घोषित कर देने से समस्या का हल नहीं हो जाएगा। इसमें ऐसे गंभीर बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए एक कार्य योजना की जरूरत है।
3- राज्य सरकार ने बाढ़ असम के बाढ़ पीड़ितों को चार लाख रूपये मुआवजा देने का ऐलान किया है। राजनाथ सिंह ने बताया कि उन्हें ये कहा गया है कि पिछले एक हफ्ते के दौरान बाढ़ के चलते 27 लोगों की मौत हो गई है।
4- गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने हवाई सर्वे कर असम के बाढ़ प्रभावित जिले नागांव, मोरीगांव और काजीरंगा नेशनल पार्क के हालात का जायजा लिया। गृह मंत्री मोरीगांव के बाढ़ राहत कैंप में सर्वानंद सोनोवाल के साथ पहुंचे।
5-गृहमंत्री राजनाथ सिंह के साथ उनके असम दौरे में उत्तर-पूर्वी राज्यों के विकास मामलों के मंत्री जितेन्द्र सिंह और असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल भी थे।
#JagranVideo:गुवाहाटी में बाढ़ की स्थिति पर समीक्षा बैठक में बातचीत करते गृहमंत्री राजनाथ सिंह@rajnathsinghhttps://t.co/awjIdAvzTy
— Dainik Jagran (@JagranNews) July 30, 2016
6-सेना की तरफ से ट्वीट कर बताया गया है कि नौ आर्मी कॉलम्स असम और बिहार के बाढ़ राहत कार्यों में लगाये गए हैं। अब तक करीब दो हजार से भी ज्यादा लोगों को बचाया गया है। ब्रह्मपुत्र नदी ख़तरे के निशान से ऊपर बह रही है।
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7- असम इस समय बुरी तरह से बाढ़ की चपेट में है। इसके चलते राज्य में करीब 22 जिलों के अठारह लाख लोग प्रभावित हैं। अगर यहां के गांव की बात करें तो करीब 3,300 से भी ज्यादा गांव बाढ़ की चपेत में हैं।
8-बाढ़ से प्रभावित जिले हैं- लखीमपुर, गोलघाट, जोरहाट, बोंगाईगांव, धीमाजी, बारपेटा, गोलपारा, धुब्री, दर्रांग, मोरीगांव, सोनीतपुर, नालबाड़ी, शिवसागर, कोकराझार, डिब्रुगढ़, तिनसुकिया, बिश्वनाथ, कामरूप मेट्रोपोलिटन, चिरांग, नागांव, कामरूप और साउथ कामरूप।
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9- बाढ़ के चलते घरों में पानी घुस जाने के बाद अब अठारह लाख लोगों का एक मात्र सहारा नाव बचा है। वे उसी पर खाना बनाते हैं, उसी पर खाते हैं और उसी पर सोने को मजबूर है। काज़ीरंगा नेशनल पार्क का करीब अस्सी फीसदी हिस्सा पूरी तरह से बाढ़ में डूबा हुआ है।
10- सरकार का कहना है कि इस साल अप्रत्याशित बारिश हुई है। पिछले तीन महीने के अंदर असम, अरूणाचल प्रदेश में करीब 5,957 मिलीमीटर बारिश हुई है।