भाजपा सांसद किरीट सोमैया बने ढींगरा की रिपोर्ट में देरी की वजह!
भाजपा सांसद किरीट सोमैया ने गुड़गांव में जमीन सौदों से जुड़े जस्टिस ढींगरा को कुछ कागजात सौंपे हैं। माना जा रहा है इसीलिए ढींगरा की रिपोर्ट में देरी हुई है।
चंडीगढ़, (राज्य ब्यूरो)। हरियाणा की आर्थिक राजधानी माने जाने वाले गुड़गांव में जमीनों के लाइसेंस की जांच कर रहे जस्टिस एसएन ढींगरा आयोग की रिपोर्ट में देरी की वजह मुंबई से भाजपा सांसद किरीट सोमैया माने जा सकते हैं। सांसद ने जस्टिस ढींगरा को राबर्ट वाड्रा की कंपनी के विरुद्ध कुछ दस्तावेज सौंपे हैं, जिन्हें जांच में शामिल करने का आग्रह किया गया है।
सोमैया पिछले काफी समय से राबर्ट वाड्रा के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं। प्रदेश में लोकसभा और विधानसभा चुनाव के दौरान भी वह हरियाणा आए थे और उन्होंने वाड्रा के खिलाफ तमाम तरह के आरोप लगाए थे। जस्टिस ढींगरा को राज्य सरकार ने जांच का जो काम सौंपा था, वे उसे पूरा कर चुके थे और 30 जून को ही सरकार को अपनी रिपोर्ट देने वाले थे, लेकिन इस दौरान सांसद किरीट सोमैया ने उन्हें कई ऐसे दस्तावेज उपलब्ध कराए, जो सीधे वाड्रा की कंपनी स्काईलाइट हॉस्पिटेलिटी से जुड़े हुए माने जा सकते हैं।
जस्टिस ढींगरा ने सांसद द्वारा उपलब्ध कराए दस्तावेजों का आकलन करने के बाद ही अपनी रिपोर्ट देने का मन बनाया है। सांसद ने जस्टिस ढींगरा को एक पत्र भी लिखा है, जो उनके खुद के लेटर हेड पर है। उस पत्र में वाड्रा की कंपनी पर अनियमितताएं बरतने का आरोप लगाते हुए कहा गया गया कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल तथा ईडी इस पूरे मामले की जांच कराएं।
सांसद ने जस्टिस ढींगरा को जो पत्र भेजा, उस पर एक जुलाई की तारीख है। उन्होंने पत्र में कहा कि वाड्रा की कंपनी एक लाख रुपये की इनवेस्टमेंट से शुरू हुई थी, लेकिन उसने 58 करोड़ रुपये अर्जित कर लिए। सोमैया ने गुड़गांव के शिकोहपुर में जमीन के लाइसेंस का जिक्र करते हुए उन तथ्यों का जिक्र किया है, जो आइएएस अशोक खेमका भूमि सौदा रद करते हुए उजागर कर चुके हैं।
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