गैंगस्टर आनंदपाल का शव लेने से परिजनों का इन्कार
आनंदपाल का शव अभी भी चुरू जिले में रतनगढ़ अस्पताल की मोर्चरी में ही रखा हुआ है।
जागरण संवाददाता, जयपुर। राजस्थान पुलिस के हाथों दो दिनों पहले एनकाउंटर में मारा गया गैंगस्टर आनंदपाल सिंह मौत के बाद भी सरकार और पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ है। एनकाउंटर को फर्जी बताते हुए परिजनों और राजपूत समाज के लोगों ने सोमवार को भी आनंदपाल का शव नहीं लिया। ये सभी मामले की सीबीआइ से जांच की मांग कर रहे हैं।
आनंदपाल का शव अभी भी चुरू जिले में रतनगढ़ अस्पताल की मोर्चरी में ही रखा हुआ है। इधर नागौर जिले में स्थित आनंदपाल के पैतृक गांव सांवराद में सोमवार को बड़ी संख्या में उसके रिश्तेदार व राजपूत समाज के प्रतिनिधि एकत्रित हो गए। राजपूत समाज के लोगों के लगातार सांवराद गांव में पहुंचने से माहौल तनावपूर्ण हो गया।
बढ़ती भीड़ को देखते हुए सोमवार को दोपहर बाद नागौर और चुरू जिलों की सीमा पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया। राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष अजीत सिंह मामडोली और आनंदपाल सिंह के मामा अमर सिंह का आरोप है कि एनकाउंटर फर्जी है।
उनके मुताबिक आनंदपाल सरेंडर करने के लिए बोल रहा था, लेकिन पुलिस ने उसकी नहीं सुनी और गोलियां चला दीं। उन्होंने कहा कि आनंदपाल के शव का अंतिम संस्कार तब ही किया जाएगा जब सरकार इस मामले की जांच सीबीआइ को सौंपेगी।
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