किडनी के कारोबार का पर्दाफाश, चार गिरफ्तार
जालंधर पुलिस ने शुक्रवार को किडनी का कारोबार करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया। पुलिस ने गिरोह के सरगना जुनैद अहमद खान सहित चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया। एक आरोपी फरार है। गिरफ्तार आरोपियों से फर्जी वोटर कार्ड, लाइसेंस व आधार कार्ड बरामद हुए हैं। इनकी पहचान जुनैद अहमद
जागरण संवाददाता, जालंधर। जालंधर पुलिस ने शुक्रवार को किडनी का कारोबार करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया। पुलिस ने गिरोह के सरगना जुनैद अहमद खान सहित चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया। एक आरोपी फरार है। गिरफ्तार आरोपियों से फर्जी वोटर कार्ड, लाइसेंस व आधार कार्ड बरामद हुए हैं। इनकी पहचान जुनैद अहमद खान व कुलदीप कुमार, सगूर खान तथा वरदान के रूप में हुई है। पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर यह कार्रवाई की।
जुनैद ने अपनी किडनी के साथ ही छह अन्य लोगों की किडनी जालंधर में बेची है। पुलिस इसकी पुष्टि तो नहीं कर रही है, लेकिन खुद जुनैद की जुबानी है कि उसे प्रति किडनी दो से चार लाख रुपये मिलते थे। इस गैंग को चलाने वाले आगे 40 से 50 लाख रुपये में किडनी बेचते थे। किडनी केवल अमीरों, जिनमें एनआरआइ ही हैैं, को दी जाती है। पिछले कई साल से इस धंधे में जमे जुनैद ने अपने साथी सगूर अहमद की किडनी भी बेच डाली है।
जुनैद ने कहा कि उसने किडनी अस्पताल को ही किडनियां बेची हैं। इस बात पर भी पुलिस ने चुप्पी साध ली है। एसीपी मॉडल टाउन बलविंदर इकबाल सिंह काहलों ने कहा कि सारा मामला जांच का हिस्सा है। बिना किसी सही तथ्य के कुछ कहना मुश्किल है। वहीं, थाना सात के प्रभारी नवदीप सिंह ने कहा कि पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। पूछताछ में बड़ा खुलासा होने की संभावना है।
किडनी ट्रांसप्लांट का यह गोरखधंधा जालंधर ही नहीं, बल्कि कई अन्य शहरों में भी फैला हुआ है। पुलिस जांच में सामने आया है कि अन्य कई शहरों के मेडिकल इंस्टीट्यूट भी जुनैद के संपर्क में हैं।
जुनैद को अपनी गिरफ्तारी का कोई मलाल नहीं है। उसने कहा कि फिर क्या हुआ पकड़े गए हैं, जेल जाएंगे, वापस आएंगे और फिर यही काम करेंगे।