दिल्ली में बड़े गैंग का भंडाफोड़, व्हाट्सएप पर तस्वीरों के जरिए बेचते थे बच्चे
गुरुवार को गिरफ्तार हुए आरोपियों की पहचान राधा (40), सोनिया (24), सरोज (34) और जान मोहम्मद (40) के रूप में हुई है।
नई दिल्ली, जेएनएन। दिल्ली में एक ऐसे गैंग का भंडाफोड़ हुआ है जो गैरकानूनी तरीके से बच्चों को गोद लेता था और फिर उन बच्चों को बेच दिया करता था। बच्चे का अपहरण कर उसे ज्यादा से ज्यादा कीमत पर बेचने की ऐसी होड़ लगी कि एक महिला ने उसकी तस्वीर वॉट्सऐप पर अपलोड कर उसे सेल पर लगा दिया।
महिला ने बच्चे की 1.8 लाख रुपये कीमत तय की। इस वॉट्सऐप सेल के कारण ही अपराधी महिला और उसके तीन साथी पुलिस के हत्थे चढ़े। पुलिस द्वारा पकड़े गए इसके तीन साथियों में दो महिलाएं भी शामिल हैं।
पुलिस ने बताया कि ये तीन महिलाएं गैरकानूनी तरीके से बच्चों को गोद लेने और सरोगेसी के रैकेट से जुड़ी हुई हैं। बच्चे का जामा मस्जिद के पास से अपहरण किया गया था और उसे 6 अलग-अलग स्थानों में ले जाया गया था। ये तीनों महिलाएं इसे ज्यादा से ज्यादा ऊंची कीमत पर बेचना चाहती थीं।
एक 'ग्राहक' ने बच्चे की तस्वीर वॉट्सऐप पर देखी और फिर पुलिस को इसकी जानकारी दी। पकड़े जाने के डर से इनमें से एक महिला ने रघुबीर नगर स्थित एक मंदिर में बच्चे को छोड़ दिया और पुलिस को फोन कर लावारिस बच्चा देखने की जानकारी दी। हालांकि, पुलिस ने उसे भी गिरफ्तार कर लिया।
गुरुवार को गिरफ्तार हुए आरोपियों की पहचान राधा (40), सोनिया (24), सरोज (34) और जान मोहम्मद (40) के रूप में हुई है।
डीसीपी (सेंट्रल) मंदीप सिंह रंधावा ने बताया, 'हमें बच्चे के लापता होने की सूचना मिली थी। हमने अपहरण का केस दर्ज किया था। जामा मस्जिद के एसएचओ अनिल कुमार के नेतृत्व में एक टीम ने अपहर्ताओं का पता लगाया। जब हमें अपने एक खबरी से सूचना मिली और हमने इस गैंग का भंडाफोड़ किया।'
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