पीएम के पास ले जाएंगे पादरी की रिहाई का मामला: विजयन
पिछले साल आतंकियों द्वारा अपहृत पादरी का मामला केरल सरकार केंद्र के समक्ष रखेगी।
तिरुअनंतपुरम (प्रेट्र)। केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने आज राज्य विधानसभा को बताया कि पिछले वर्ष यमन में आइएस आतंकियों द्वारा अपहृ्त पादरी टॉम उजुनलील का मामला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समक्ष रखा जाएगा।
राज्य मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार काफी गंभीरता के साथ इस मामले को देख रही है और मामले पर राज्य के विचार को प्रधानमंत्री के पास रखेगी। रिपोर्ट के अनुसार, 4 मार्च 2016 को अगवा किए गए फादर टॉम का शोषण किया गया है। विजयन ने कहा, हमने उनकी रिहाई के लिए केंद्र को पहले ही पत्र और ज्ञापन भेज दिया है।
उन्होंने कहा, ‘नई दिल्ली में उनके साथ होने वाली मुलाकात में उनकी रिहाई के लिए मैं सीधे तौर पर प्रधानमंत्री से आग्रह करूंगा। हालांकि इस बात की पुष्टि हो चुकी है कि पादरी को आतंकियों ने बंधक बना लिया है। लेकिन इस बारे में कोई जानकारी नहीं कि उन्हें कहां रखा गया है।‘ केरल कांग्रेस प्रमुख के एम मनी ने आरोप लगाया कि केंद्र इस मुद्दे को गंभीरता से नहीं ले रही है। पादरी की रिहाई के लिए केंद्र को संरा से मदद लेनी चाहिए। विपक्ष के नेता रमेश चेनिनथला भी चाहते हैं कि राज्य इस मामले को केंद्र के समक्ष रखे।
इस्लामिक स्टेट (IS) के आतंकवादियों द्वारा यमन में पिछले साल अगवा किए गए केरल के भारतीय पादरी ने फिर से एक नए वीडियो में मदद करने की अपील की है। कोटट्यम के रहने वाले पादरी टॉम उजुनलील पिछले साल मार्च में आतंकवादी समूह इस्लामिक स्टेट द्वारा अगवा कर लिए गए थे, जिसने अदन में मदर टेरेसा मिशनरीज ऑफ चैरिटी की ओर से संचालित वृद्धाश्रम पर हमला कर दिया था।