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मेडिकल कॉलेज का तुगलकी फरमान, लड़कियों के जींस पहनने पर लगाया बैन

केरल के सरकारी मेडिकल कॉलेज में लड़कियों के जींस लैगिंग्स और आवाज करने वाले गहने पहने पर रोक लगा दी गई है।

By kishor joshiEdited By: Published: Sat, 22 Oct 2016 10:51 AM (IST)Updated: Sat, 22 Oct 2016 11:09 AM (IST)
मेडिकल कॉलेज का तुगलकी फरमान, लड़कियों के जींस पहनने पर लगाया बैन

तिरुअनंतपुरम (जेएनएन)। केरल में तिरुअनंतपुरम के एक सरकारी मेडिकल कॉलेज ने एमबीबीएस के छात्रों पर क्लास के दौरान एवं मरीजों से बात करते वक्त जीन्स, लैगिंग और शॉर्ट टॉप एवं ‘आवाज वाले आभूषण’ पहनने को बैन कर दिया है। इसके साथ ही कैंपस में ओवरकोट पहनना और हर वक्त अपना आईकार्ड पहने रखना भी जरूरी कर दिया है।

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कॉलेज प्रशासन का कहना है कि इस ड्रेस कोड का उद्देश्य वार्ड में जाने वाले छात्रों को किसी भी प्रकार के संक्रमण से बचाना है और लड़कियों को अवारा लड़कों से बचाना है।

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इस संबंध में सर्क्युलर शुक्रवार को त्रिवेन्द्रम मेडिकल कॉलेज के प्रधानाध्यापक ने जारी किया। सर्क्युलर में लड़कों से कहा गया है कि वे अपनी ड्रेस साफ-सुथरी रखें और फॉर्मल ड्रेस व जूते पहनकर आएं। वहीं, छात्राओं से कहा गया कि कक्षाओं में तथा मरीजों से मिलते वक्त शॉर्ट टॉप, जीन्स, लैगिंग, चप्पल और ‘आवाज वाले गहने’ नहीं पहनें बल्कि चूड़ीदार पाजामा या साड़ी पहनी जाए।

कॉलेज के इस फरमान पर चिकित्सा कॉलेज परिसंघ के अध्यक्ष डॉ. संतोष ने कहा, " संस्थान का एक ड्रेस कोड हो सकता है लेकिन इसमें फर्क है। जींस पहने में बुराई क्या है? एक बहुसांस्कृतिक परिवेश में समावेशी होना चाहिए। हम इस तरह से सर्क्युलर का बिल्कुल भी समर्थन नहीं करते हैं। समय बदल चुका है। सहजता का स्तर भी बदल चुका है।"

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