कश्मीर में पुलिस पर पत्थर बरसाने वाले दिखे खाकी वर्दी पहनने को बेताब
पुलिस जवान व अधिकारी भी भर्ती होने आए युवकों की पीठ थपथपा रहे थे। पांच हजार पदों के लिए 1.21 लाख आवेदन आए हैं।
श्रीनगर, नवीन नवाज। लालचौक से एक किलोमीटर दूर बख्शी स्टेडियम में स्थानीय युवकों की भीड़ थी। कोई ऊंची कूद लगा रहा था, तो कई दौड़। फोटो खिंचवाने से डर जरूर रहे थे, क्योंकि वे नहीं चाहते थे कि किसी को पता चले कि कल तक पुलिस पर पत्थर बरसाने वाले आज खाकी वर्दी पहनने के लिए बेताब हैं।
पुलिस जवान व अधिकारी भी भर्ती होने आए युवकों की पीठ थपथपा रहे थे। पांच हजार पदों के लिए 1.21 लाख आवेदन आए हैं। भर्ती होने आए एक युवक ने कहा कि ऐसा मौका पहले मिलता तो मेरे हाथ में पत्थर नहीं पुलिस की लाठी होती। अलगाववादियों का गढ़ माने जाने वाले राजोरीकदल के एक युवक ने कहा कि 'यह सही है कि मैं पत्थरबाजी में पक़़डा गया हूं, मैंने कई बार पथराव में हिस्सा लिया है। किसी ने मुझसे पूछा कि मैंने पत्थर क्यों फेंका, सभी को लगता होगा कि मैं पाकिस्तान समर्थक हूं। यह सच होता तो मैं यहां सिपाही बनने आता। मैं भी आजादी चाहता हूं, लेकिन बेरोजगारी से।'
बटमालू से आए एक नौजवान ने कहा कि हर पथराव करने वाला पाकिस्तानी या आतंकी नहीं हैं। सरकार से नाराजगी को कहां जाहिर करें, बस पथराव में ही मौका मिलता है। सिर्फ लड़के ही नहीं लड़कियां भी भर्ती होने आई थीं। आयशा ने कहा कि पुलिस में जितनी ज्यादा लड़कियां होंगी, उतना ही अच्छा कश्मीर के लिए होगा। हमें पत्थरबाजों से निपटने का, जिहाद और आजादी के नाम पर कश्मीरियों की जिंदगी नरक बनाने वालों को जहुन्नम भेजने का मौका मिलेगा। आशिक नामक युवक ने कहा कि कश्मीरियों को हिंदोस्तान के खिलाफ आजादी के लिए उकसाने और इस्लाम का गलत पाठ समझाने वालों से निपटने के लिए कश्मीरियों का ज्यादा से ज्यादा पुलिस में जाना जरूरी है। भर्ती प्रक्रिया का संचालन कर रहे एसएसपी बशीर अहमद खान ने कहा कि पुलिस संगठन में पांच हजार रिक्तियों को भरने की प्रक्रिया के तहत बुधवार को यहां भर्ती शुरू हुई है।
जम्मू संभाग में यह प्रक्रिया संपन्न हो चुकी है। जून में हम लद्दाख में भर्ती रैली का आयोजन करेंगे। पांच हजार पदों के लिए हमारे पास 1.21 लाख आवेदन आए हैं। पहले दिन यहां श्रीनगर में हमने 2800 ल़़डके--ल़़डकियों का मेडिकल फिटनेस टेस्ट लिया है। यहां बहुत से ऐसे युवक भी हैं जो पत्थरबाजी में लिप्त रहे हैं। भर्ती वही होगा जो नियमों पर पूरा उतरेगा। यह रैली उस धारणा को भी तो़ड़ती है जो कश्मीरी नौजवानों को राष्ट्रविरोधी बताती है।
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