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पाक सरपरस्त जरा सुन लें इस कश्मीरी बच्चे के बोल, भारत के लिए क्या है वहां की सोच

जो कोई भी कश्‍मीर को लेकर भारत के खिलाफ झूठ का प्रचार-प्रसार करता है उसको जरा इस कश्‍मीरी बच्‍चे की कविता को भी सुन लेना चाहिए।

By Kamal VermaEdited By: Published: Sun, 24 Mar 2019 03:07 PM (IST)Updated: Tue, 26 Mar 2019 12:30 AM (IST)
पाक सरपरस्त जरा सुन लें इस कश्मीरी बच्चे के बोल, भारत के लिए क्या है वहां की सोच
पाक सरपरस्त जरा सुन लें इस कश्मीरी बच्चे के बोल, भारत के लिए क्या है वहां की सोच

नई दिल्‍ली [जागरण स्‍पेशल]। कश्‍मीर में मौजूद अलगाववादी नेता हर वक्‍त पाकिस्‍तान के सुर में सुर मिलाकर खुलेआम यह कहने से नहीं चूकते हैं कि कश्‍मीर की जनता भारत नहीं पाकिस्‍तान के साथ जाना चाहती है। वहीं पाकिस्‍तान भी बार-बार कश्‍मीर में मौजूद भारतीय सेना को बदनाम करने के लिए किसी भी तरह का झूठ बोलने से बाज नहीं आता है। इन सभी को बातों को दुनिया ने बेहद करीब से देखा है। 2017 में संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान की स्थायी प्रतिनिधि मलीहा लोधी ने पैलेट गन से घायल हुई गाजा की एक लड़की की फोटो दिखाकर उसे कश्‍मीरी लड़की बताया था। उन्‍होंने कई देशों की मौजूदगी में यहां तक कहा था कि भारतीय सेना कश्‍मीर में मासूमों को गोली मार रही है और उनके साथ क्रूर व्यवहार कर रही है,लेकिन कुछ ही घंटों में सोशल मीडिया समेत हर जगह पाकिस्‍तान का यह झूठ खुल गया कि पाकिस्‍तान किस तरह से भारत के खिलाफ झूठ का प्रचार-प्रसार करता है। 

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बहरहाल यह सिर्फ एक मामला नहीं है, इस तरह के कई दूसरे मामले भी हैं। ठीक इसी तरह से कश्‍मीरी अलगाववादियों की भी बात है। वह जिस तरह का झूठ अपनी जनता के बीच फैलाते हैं उसको वहां के ही लोग बेनकाब भी कर देते हैं। हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया गया था। इस वीडियो में एक बच्‍चे को एक कविता गाते सुना जा सकता है। हालांकि यह वीडियो कब का है और कहां का है इसकी पुष्टि दैनिक जागरण नहीं करता है, लेकिन इसमें जिस तरह की लोकेशन दिखाई दे रही है वह जम्मू-कश्मीर की ही दिखाई देता है।

बच्‍चे की कविता के बोल कुछ ऐसे हैं कि जिसको सुनकर यह तय है कि पाकिस्‍तान और अलगाववादी नेताओं के सीने पर सांप जरूर लोट जाएंगे। बच्‍चे की कविता इस बात का सुबूत है कि न सिर्फ जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्‍न अंग है बल्कि कश्‍मीरी भी भारत के ही साथ रहना भी चाहते हैं। बच्‍चे की कविता कुछ ऐसी है :-

क्‍या पूछता है मुल्‍क में किसका नजारा है 
मेरी नजरों में देखों मुल्‍क का दिलकश नजारा है    
मेरे हाथों की रेखाओं में नक्‍शे हिंद सारा है
खूं के आखिरी कतरे ने हिंदुस्तान पुकारा है 
मेरा दिल है मेरी जां है मेरी आंखों का तारा है 
ये हिंदुस्‍तान, ये हिंदुस्‍तान ये हिंदुस्‍तान हमारा है  
ये हिंदुस्‍तान, ये हिंदुस्‍तान ये हिंदुस्‍तान हमारा है  

हमारे मुल्‍क में हिंदू मुसलमां साथ रहते हैं 
यहां इसाई के कंधों पर सिख के हाथ रहते हैं 
हमारी सरहदों पर नौजवां दिन-रात रहते हैं 
वहां उसकी हिफाजत के लिए तैयार रहते हैं 
तिरंगे की बुलंदी को झुका सकता नहीं कोई  
इमा अल्‍लाह हमें दुश्‍मन मिटा सकता नहीं कोई 
ये हिंदुस्‍तान, ये हिंदुस्‍तान ये हिंदुस्‍तान हमारा है 
ये हिंदुस्‍तान, ये हिंदुस्‍तान ये हिंदुस्‍तान हमारा है
  


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