कार्ति ने प्रदेश कांग्रेस प्रमुख के अधिकार पर उठाए सवाल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राजनीतिक ज्ञान का लोहा मान चुके पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम ने तमिलनाडु कांग्रेस के प्रमुख ईवीकेएस इलांगोवन के अधिकार क्षेत्र पर सवाल उठाए हैं। नोटिस के जवाब में कार्ति ने स्पष्ट किया कि अनुशासनिक कार्रवाई का
चेन्नई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राजनीतिक ज्ञान का लोहा मान चुके पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम ने तमिलनाडु कांग्रेस के प्रमुख ईवीकेएस इलांगोवन के अधिकार क्षेत्र पर सवाल उठाए हैं। नोटिस के जवाब में कार्ति ने स्पष्ट किया कि अनुशासनिक कार्रवाई का अधिकार सिर्फ पार्टी हाईकमान को है।
शिवगंगा में समर्थकों के बीच दिए गए बयान को लेकर इलांगोवन ने 23 जनवरी को कार्ति चिदंबरम को नोटिस जारी कर एक सप्ताह के अंदर जवाब देने को कहा था। प्रदेश कांग्रेस की कार्यकारी समिति के सदस्य कार्ति ने इलांगोवन को पत्र लिखकर कहा, "मैं अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) का सदस्य हूं। ऐसे में सिर्फ एआईसीसी की अनुशासनिक समिति को ही कार्रवाई करने या स्पष्टीकरण मांगने का अधिकार है। मैं आपसे कहना चाहता हूं कि मैं एआईसीसी की अनुशासनिक समिति को जवाब देने के लिए तैयार हूं बशर्ते आप यह शिकायत उनके पास भेजें।"
कार्ति ने इलांगोवान की समझ पर भी प्रश्नचिह्न लगाया। उन्होंने कहा कि यदि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भाषण का मर्म समझ पाते तो उन्हें पता चल जाता कि उन्होंने पार्टी या उसके आदर्शों की आलोचना नहीं की। कार्ति के मुताबिक बैठक में उन्होंने कांग्रेस के झंडे, सिंबल या अन्य प्रतीक चिह्नों का इस्तेमाल नहीं किया था।
समर्थकों को संबोधित करते हुए जूनियर चिदंबरम ने कहा था, "आप पसंद करें या नहीं....मैं भी नहीं करता...इसके बावजूद आपको उनके (नरेंद्र मोदी) राजनीतिक ज्ञान की तारीफ करनी होगी।" इस बयान के एक दिन बाद कांग्रेस की तमिलनाडु इकाई से उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया और पूछा कि आखिर क्यों न उन्हें पार्टी से निष्कासित किया जाए?
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