कक्कड़-टिक्कू हत्याकांड से सीखा हत्या का तरीका
शीना हत्याकांड की मुख्य अभियुक्त इंद्राणी मुखर्जी ने इस घिनौने अपराध को बेहद विकृत मनोवृत्ति और शातिर अपराधी की तरह अंजाम दिया है। खार पुलिस का मानना है कि शीना की मां इंद्राणी मुख्रर्जी ने करण कक्कड़ और अरुण टिक्कू हत्याकांड से हत्या का तरीका सीखा। करण और अरुण की
मुंबई: शीना हत्याकांड की मुख्य अभियुक्त इंद्राणी मुखर्जी ने इस घिनौने अपराध को बेहद विकृत मनोवृत्ति और शातिर अपराधी की तरह अंजाम दिया है। खार पुलिस का मानना है कि शीना की मां इंद्राणी मुख्रर्जी ने करण कक्कड़ और अरुण टिक्कू हत्याकांड से हत्या का तरीका सीखा।
करण और अरुण की हत्या कांट्रैक्ट किलर विजय पलांडे ने की थी। लेकिन जब पुलिस ने विजय को पकड़ लिया तो इंद्राणी ने शीना बोरा और मिखाइल बोरा को कांट्रैक्ट किलर से मरवाने का इरादा छोड़ दिया। उसे इस दोहरे हत्याकांड से यह भी समझ में आया कि लाख को किसी सुनसान जगह पर ठिकाने लगाने के लिए जलाना भी जरूरी है ताकि उसकी पहचान न हो सके।
पुलिस का कहना है कि इंद्राणी ने 3 अप्रैल, 2012 को विजय पलांडे के हाथों मारे गए नव फिल्म निर्माता करण कक्कड़ और दिल्ली के वरिष्ठ नागरिक अरुण टिक्कू की हत्या का खुलासा होने से अपना इरादा बदल दिया। पलांडे को 11 अप्रैल को अरुण टिक्कू की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। बाद में जांच में पता चला था कि उसने ही ओशिवारा के स्प्रिंगफील्ड अपार्टमेंट में फिल्म निर्माता कक्कड़ की भी हत्या की थी।
बाद में इंद्राणी ने अखबारों में पढ़ा था कि पलांडे ने कक्कड़ के शव को मुंबई-पुणे एक्सप्रेस वे पर फेंक दिया था जिसके बाद शव मिलते ही हत्या की गुत्थी सुलझ गई। इससे परेशान इंद्राणी ने शीना और मिखाइल की हत्या सुपारी देकर कराने का इरादा छोड़ दिया था। हालांकि हत्या के लिए वह पहले एक कांट्रैक्ट किलर को 25 लाख रुपये दे चुकी थी। जिसे पहले ही पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है।
पुलिस का यह भी कहना है कि इंद्राणी और पलांडे के मामले में और भी कई समानताएं हैं। पलांडे ने अपनी पत्नी सिमरन सूद को कक्कड़ से अपनी बहन बताकर मिलवाया था। उसने पत्नी का इस्तेमाल हनी ट्रैप के तौर पर किया और फिर कक्कड़ की हत्या कर दी।
इंद्राणी ने भी अपनी बेटी शीना का परिचय अपने पति और स्टार इंडिया के पूर्व सीईओ पीटर मुखर्जी से बतौर अपनी बहन कराया था। पकड़े जाने पर इंद्राणी ने पुलिस को भी पहले शीना को अपनी बहन और बाद में बेटी बताया था। इसी तरह पलांडे ने भी पुलिस के हत्थे चढऩे पर अपनी दूसरी पत्नी को पहले बहन, फिर भतीजी बताया था।