बीटेक के लिए करेंगे संयुक्त कांउसलिंग
राज्य सरकार द्वारा संचालित दिल्ली के तीन प्रमुख संस्थानों में अब दाखिले के लिए संयुक्त काउंसलिंग होगी। इससे छात्रों को दाखिले के लिए कई विकल्प मिलेंगे। इससे बीटेक करने वाले छात्रों के लिए विशेष सुविधा होगी। ऐसा पहली बार हो रहा है कि जब राजधानी के तीन संस्थान संयुक्त रूप से दाखिले के लिए काउंसलिंग करेंगे।
[अभिनव उपाध्याय], नई दिल्ली। राज्य सरकार द्वारा संचालित दिल्ली के तीन प्रमुख संस्थानों में अब दाखिले के लिए संयुक्त काउंसलिंग होगी। इससे छात्रों को दाखिले के लिए कई विकल्प मिलेंगे। इससे बीटेक करने वाले छात्रों के लिए विशेष सुविधा होगी। ऐसा पहली बार हो रहा है कि जब राजधानी के तीन संस्थान संयुक्त रूप से दाखिले के लिए काउंसलिंग करेंगे।
तीनों संस्थानों को आपस में जोड़ने के लिए इस संबंध में संबंधित संस्थानों के अधिकारियों ने आपस में बैठक की है। केवल बीटेक में दाखिला के लिए यह संयुक्त काउंसलिंग है, जो पूरी तरह ऑनलाइन होगी। इंदिरा गांधी दिल्ली टेक्निकल यूनिवर्सिटी फार वुमेन (आइजीडीटीयूडब्ल्यू), दिल्ली टेक्निकल यूनिवर्सिटी (डीटीयू) इंद्रप्रस्थ इंस्टीट्यूट आफ इंफारर्मेशन टेक्नोलाजी दिल्ली (आइआइआइटीडी)अब संयुक्त रूप से दाखिले की ऑनलाइन काउंसलिंग करेंगे। इन तीनों संस्थानों की संयुक्त रूप से वेबसाइट बनाई जाएगी और उस पर सभी सूचनाएं छात्रों के लिए उपलब्ध होंगी। यह सूचनाएं छात्र 15 जून से देख सकेंगे।
60 फीसद का दिया जाएगा वेटेज
इन तीनों संस्थानों में दाखिला लेने वाले छात्रों का चयन केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा देश स्तर पर आयोजित जेईई मेंस की परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले छात्रों के अंको का 60 फीसद का वेटेज दिया जाएगा। जबकि 12वीं में सीबीएसई परीक्षा उत्तीर्ण छात्रों के अंकों का 40 फीसद का वेटेज दिया जाएगा, इसके आधार पर ही मेरिट बनाई जाएगी।
नहीं देनी होगी अतिरिक्त प्रवेश परीक्षा
इस व्यवस्था से छात्रों को लाभ होगा और उन्हें कोई अतिरिक्त प्रवेश परीक्षा नहीं देनी होगी। इस संयुक्त काउंसलिंग में गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय शामिल नहीं होगा, क्योंकि वह बीटेक में दाखिले के लिए अपनी प्रवेश परीक्षा 18 मई को कराएगा और उसी के आधार पर कटऑफ बनाएगा।
13 जुलाई से शुरू होंगे ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन
13 जुलाई से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन शुरू हो जाएंगे और छात्र इसमें हिस्सा लेना शुरू कर देंगे। ऑन लाइन काउंसलिंग प्रक्रिया को सुगम और पारदर्शी बनाने के लिए नेशनल इंफारमेटिक्स सेंटर को यह काम दिया गया है।