हैदराबाद यूनिर्सिटी कैंपस में घुसने की कन्हैया को नहीं मिली इजाजत
तमाम विवाद और विरोध प्रदर्शन के बीच ड्यूटी पर वापस लैटे हैदराबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर अप्पा राव पोडिले ने जवाहर लाल नेहरू छात्र संघ के नेता और देशद्रोह के आरोपी छात्र कन्हैया कुमार को कैंपस के अंदर किसी तरह की बैठक करने की इजाजत नहीं दी।
हैदराबाद। तमाम विवाद और विरोध प्रदर्शन के बीच ड्यूटी पर वापस लैटे हैदराबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर अप्पा राव पोडिले ने जवाहर लाल नेहरू छात्र संघ के नेता और देशद्रोह के आरोपी छात्र कन्हैया कुमार को कैंपस के अंदर किसी तरह की बैठक करने की इजाजत नहीं दी।
पूरी स्थिति को लेकर सख्ती बरतते हुए यूनिवर्सिटी प्रशासन की तरफ से कैंपस के अंदर आने से सभी बाहरी लोगों जिनमें राजनेता और मीडिया के लोग भी शामिल है उन पर रोक लगा दी गई है। इसके साथ ही चार दिनों के लिए क्लास को भी सस्पेंड कर दिया गया है।
धरने पर रोहित की मां
रोहित वेमुला की मां मामले में न्याय की मांग को लेकर धरने पर बैठ गई हैं। रोहित की मां हैदराबाद यूनिवर्सिटी के कैंपस के गेट के बाहर ही धरने पर बैठी हैं।
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देशद्रोह के आरोप में पिछले दिनों गिरफ्तार किए गए जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार हैदराबाद पहुंच चुके हैं। वहां पर पहुंचकर कन्हैया कुमार ने रोहित वेमुल्ला की मां की तुलना शहीद भगत सिंह की मां से कर डाली।
हैदरबाद पहुंचने पर कन्हैया कुमार ने कहा कि हैदराबाद यूनिवर्सिटी की ज्वाइंट एक्शन फॉर सोशल का संघर्ष तब तक जारी रहेगा जब तक केन्द्र की तरफ से रोहित एक्ट नहीं लाया जाता है। हैदराबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी कैंपस में अंदर जाने से रोके जाने के बाद जेएनयू छात्रसंघ के नेता कन्हैया कुमार ने कहा कि प्रशासन और पुलिस की तरफ से अंदर जाने से रोका जा रहा है लेकिन वो हमारी आवाज को नहीं दबा सकते हैं।
कन्हैया ने कहा कि हम यहां पर रोहित वेमुल्ला के इंसाफ के लिए आए हैं। लेकिन, दुर्भाग्य की बात ये है कि सरकार छात्रों की आवाज नहीं सुन रही है।
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कन्हैया कुमार को ज्वाइंट एक्शन कमेटी फॉर सोशल जस्टिस की तरफ से निमंत्रण के बाद हैदराबाद यूनिवर्सिटी कैंपस के अंदर एक बैठक को संबोधित करना था। ये वही कमेटी है जिसने हैदराबाद यूनिर्सिटी के हॉस्टल में 17 जनवरी को खुदकुशी करनेवाले दलित छात्र की मौत पर लगातार प्रदर्शन कर न्याय की मांग कर रहे हैं।
हालांकि, वाइस चांसलर अप्पा राव ने समाचार एजेंसी पीटीआई से कहा कि यूनिवर्सिटी ने कन्हैया कुमार को ऐसी कोई सभा करने की इजाजत नहीं दी है और ना ही किसी ने अनुमति के लिए उनसे अनुमति मांगी है।
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कन्हैया कुमार के यूनिवर्सिटी दौरे के बारे में रजिस्ट्रार एम. सुधाकर ने कहा कि वीसी की वापसी के बाद जिस तरह यहां पर तनाव की स्थिति बनी है उसे देखते हुए 23 मार्च से लेकर 26 मार्च तक क्लास को सस्पेंड कर दिया गया है। इसके साथ ही सभी बाहरी लोगों को जिनमें राजनेता और मीडिया के लोग शामिल है उनके कैंपस के अंदर आने पर पाबंदी लगा दी गई है।
पुलिस के मुताबिक, एहतियात के मद्देनजर कैंपस में अतिरिक्त सुरक्षाबलों की तैनाती कर दी गई है। इसके साथ ही वीसी अप्पाराव की दो महीने बाद यूनिवर्सिटी में हुई वापसी को लेकर उपजे तनाव और एक छात्रों के ग्रुप की तरफ से एक दिन पहले अप्पाराव के आधिकारिक सरकारी आवास पर की गई तोड़फोड़ के देखते हुए वहां पर बैरिकेडिंग कर दी गई है।
सैबराबाद के ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर टीवी शशिधर रेड्डी ने कहा कि फिलहाल स्थित शांतिपूर्ण है। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए यहां पर सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है।
गौरतलब है कि रोहत वेमुल्ला की खुदकुशी के बाद से ही यूनिवर्सिटी के वीसी अप्पाराव लगातार वहां पर विरोध कर रहे लोगों के निशाने पर हैं। इसके लेकर लगातार उनके खिलाफ विरोध प्रदर्शन किए गए और उनका इस्तीफा भी मांगा गया।