मोदी के विरोध में जेएनयू छात्र-शिक्षक करेंगे प्रचार
वाराणसी लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के विरोध में प्रचार करने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के शिक्षक व छात्र भी काशी पहुंच रहे हैं। वामपंथ के समर्थक इन शिक्षकों का आरोप है कि मोदी की नीतियां ठीक नहीं हैं और उनका विरोध किया जाना जरूर
नई दिल्ली, राज्य ब्यूरो। वाराणसी लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के विरोध में प्रचार करने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के शिक्षक व छात्र भी काशी पहुंच रहे हैं। वामपंथ के समर्थक इन शिक्षकों का आरोप है कि मोदी की नीतियां ठीक नहीं हैं और उनका विरोध किया जाना जरूरी है। शिक्षक और छात्रों का एक जत्था 28 अप्रैल और दूसरा जत्था 6 मई को बनारस जाएगा।
जेएनयू के छात्रों का कहना है कि हम फासीवाद का विरोध करते हैं और करते रहेंगे। भारत जैसे लोकतांत्रिक देश में फासीवाद और पूंजीवाद के लिए जगह नहीं है।
जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष अकबर चौधरी का कहना है, हम मुद्दों की लड़ाई लड़ते हैं। इस बार चुनाव में केंद्र बिंदु नरेंद्र मोदी हैं। दिल्ली में मेट्रो से लेकर दीवारें तक उनके विज्ञापन से पटी हैं। सवाल यह है कि यह लोकसभा चुनाव मुद्दों पर आधारित है या मोदी पर आधारित। हम बनारस में एंटी मोदी कैंपेन के तहत जा रहे हैं। वहां अरविंद केजरीवाल बड़ी चुनौती बनकर उभरे हैं, हम उनके पक्ष में काम करेंगे। हम वहां की आम जनता से भी अपील करेंगे कि वह फासीवादी ताकतों की असलियत समझे।
जेएनयू में समाजशास्त्र विभाग के प्रो. अरशद आलम ने बताया, हमने जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष से बनारस जाने की बात की है। मेरी पूरी कोशिश है कि मैं 28 अप्रैल को उनके साथ बनारस जाऊं। हम वहां की जनता से अपील करेंगे कि वह नरेंद्र मोदी की हकीकत को समझें।
दिल्ली विश्वविद्यालय में हिंदी विभाग के शिक्षक डॉ. आशुतोष ने बताया, मेरी भी इच्छा है कि मैं बनारस जाकर फासीवादी ताकतों का विरोध करूं।
मोदी के लिए बनारस में हैं पर्याप्त कार्यकर्ता
भारतीय जनता पार्टी समर्थित छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय मंत्री रोहित चहल का कहना है कि बनारस में पहले से ही संगठन के हजारों लोग मोदीजी के लिए प्रचार कर रहे हैं। ऐसे में दिल्ली से संगठन के लोगों को वहां जाने की जरूरत नहीं है। वहीं प्रदेश मंत्री साकेत बहुगुणा ने बताया, हमारे कुछ कार्यकर्ता मथुरा, अमेठी और अन्य लोकसभा क्षेत्रों में प्रचार करने जा रहे हैं, लेकिन बनारस नहीं जा रहे हैं।