रोहित वेमुला मामले पर राज्यसभा गुरूवार तक के लिए स्थगित
राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होते ही लगातार हो रहे हंगामे और स्थगन के बाद आखिरकार हैदराबाद यूनिवर्सिटी के छात्र रोहित वेमुला सुसाइड केस को लेकर इसे गुरूवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया।
नई दिल्ली। राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होते ही लगातार हो रहे हंगामे और स्थगन के बाद आखिरकार हैदराबाद यूनिवर्सिटी के छात्र रोहित वेमुला सुसाइड केस को लेकर इसे गुरूवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया।
इससे पहले बुधवार की सुबह राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होते ही हंगामा शुरू हो गया। राज्यसभा में यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने हैदराबाद के छात्र रोहित वेमुला का मुद्दा उठाया वैसे ही राज्यसभा में हंगामा होने लगा। इसके साथ ही राज्यसभा में दलित छात्रों को लेकर नारेबाजी शुरू हो गई। दोपहर में जैसे ही राज्यसभा की कार्यवाही शुरू हुई वैसे ही मायावती ने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से मामले पर जवाब मांग लिया। जिसके बाद इन दोनों के बीच जोरदार बहस होने लगी और भार शोर-शराबे के बाद राज्यसभा की कार्यवाही पहले साढ़े तीन बजे तक स्थगित की गई और उसके बाद पूरे दिन भर के लिए।
मायावती की बहस का जवाब देते हुए स्मृति ईरानी ने कहा कि वो बहस के लिेए तैयार हैं और हर सवाल का जवाब भी वो देने के लिए तैयार हैं। इस पर सदन में एक बार फिर से नारेबाजी और बहस का माहौल बन गया।
इस दौरान राज्यसभा में भाजपा और आरएसएस मुर्दाबाद के नारे लगने शुरू हो गए। हंगामा इस कदर बढ़ गया कि राज्यसभा को 10 मिनट के लिए स्थगित करना पड़ा। इसके बाद शुरू हुई कार्यवाही में मायावती ने कहा कि मौजूदा सरकार दलित विरोधी है। इस बयान के बाद राज्यभा में फिर हंगामा शुरू हो गया जिसके बाद राज्यसभा को 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया था।
जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) सहित देश के विश्वविद्यालयों में हालात को लेकर राज्यसभा में आज चर्चा होनी थी। विश्वविद्यालयों में अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति के साथ कथित भेदभाव पर भी चर्चा होनी थी। लेकिन, राज्यसभा में इस पूरी चर्चा के केंद्र में छात्र रोहित वेमुला की खुदकुशी रही।