विदेश में काला धन जमा करने वालों में संप्रग के मंत्री भी
काले धन पर सरकार और कांग्रेस के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने संकेत दिए हैं कि विदेश में काला धन जमा करने वालों की सूची में संप्रग सरकार के मंत्रियों के नाम भी शामिल हो सकते हैं। बौखलाई कांग्रेस ने इसे मोदी सरकार का ब्लैकमेलिंग का हथकंडा करार देते हुए कहा कि सरकार को का
नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। काले धन पर सरकार और कांग्रेस के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने संकेत दिए हैं कि विदेश में काला धन जमा करने वालों की सूची में संप्रग सरकार के मंत्रियों के नाम भी शामिल हो सकते हैं। बौखलाई कांग्रेस ने इसे मोदी सरकार का ब्लैकमेलिंग का हथकंडा करार देते हुए कहा कि सरकार को काले धन पर पूरी जानकारी के साथ सामने आना चाहिए।
एक दिन पहले जेटली ने कहा था कि विदेश में काला धन रखने वालों के नाम उजागर होने पर कांग्रेस को शर्मसार होना पड़ सकता है। बुधवार को एक कदम आगे बढ़ते हुए उन्होंने यहां तक संकेत दिए कि ऐसे लोगों में पूर्ववर्ती केंद्र सरकार के मंत्री भी शामिल हो सकते हैं। एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू के दौरान काले धन के खातेदारों में पूर्व मंत्रियों के नाम को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा, 'मैं ना तो इसकी पुष्टि कर रहा हूं और ना ही इन्कार कर रहा हूं। मैं सिर्फ मुस्करा रहा हूं।' इस बारे में बार-बार पूछे जाने पर उन्होंने यही कहा कि इस संबंध में वे कोई भी सूचना साझा नहीं करना चाहते क्योंकि यह दोतरफा संधि का उल्लंघन होगा। उन्होंने यह भी कहा कि कानूनी बाध्यता की वजह से विदेशी बैंक में रकम जमा करने वाले सभी लोगों के नाम जाहिर नहीं किए जा सकते।
जेटली के बयानों से बौखलाई कांग्रेस ने कहा कि सरकार को अर्धसत्य और चुनिंदा लीकेज से बचना चाहिए। पार्टी महासचिव अजय माकन ने विदेश में काला धन जमा कराने वाले कुछ भारतीयों के नाम सीलबंद लिफाफे में अगले सप्ताह सुप्रीम कोर्ट में सौंपे जाने की खबरों के आधार पर सरकार के रवैये पर सवाल उठाए। उन्होंने पूछा, आखिर क्यों सरकार 800 में से सिर्फ 136 नामों का ही खुलासा कर रही है, उसे सभी नामों का खुलासा करना चाहिए न कि चुनिंदा नामों का।
माकन ने कहा, जो भी इसमें संलिप्त पाया जाए, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए, लेकिन यह बदले की भावना से प्रेरित नहीं होना चाहिए और यह आधा सच नहीं होना चाहिए। गौरतलब है कि संप्रग सरकार पर काला धन खातेदारों को बचाने का आरोप लगाती रही राजग सरकार ने भी पिछली सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट में पूर्ववर्ती सरकार की बात को ही दोहराया। सरकार ने स्विस बैंक खाताधारकों के नामों का खुलासा न कर सकने की अंतरराष्ट्रीय संधि का हवाला दिया। इस पर जब कांग्रेस ने भाजपा सरकार पर इस मुद्दे को लेकर पाखंड करने का आरोप लगाया तो जवाब में जेटली ने कहा, विदेश में काला धन रखने वालों के नाम जल्द ही सार्वजनिक कर दिए जाएंगे। इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस पर चुटकी ली कि इन नामों पर भाजपा को तो कोई शर्मिदगी नहीं होगी, लेकिन कांग्रेस को शर्मसार होना पड़ेगा।