अलगाववादियों व पाक से अभी बातचीत की संभावना नहीं- जेटली
केंद्रीय वित्त एवं रक्षा मंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि सरकार की प्राथमिकता कश्मीर में हालात सामान्य बनाना है।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। केंद्रीय वित्त एवं रक्षा मंत्री अरुण जेटली ने गुरुवार को अलगाववादियों व पाकिस्तान से निकट भविष्य में कश्मीर मुद्दे पर किसी तरह की बातचीत की संभावना से इन्कार करते हुए कहा कि राज्य में हालात सामान्य बनाना प्राथमिकता है।
जीएसटी परिषद के सम्मेलन के बाद पत्रकारों से बातचीत में जेटली ने कहा कि हमारे लिए जम्मू-कश्मीर में हालात सामान्य बनाना, यहां शांति और व्यवस्था का वातावरण बहाल करना ही प्राथमिकता है। पहले यहां सबकुछ ठीक होने दें, उसके बाद हुर्रियत या अन्य पक्षों से बातचीत के बारे में विचार किया जाएगा। राज्य के हालात विशेषकर कश्मीर घाटी में लगातार बढ़ती आतंकी हिंसा के मद्देनजर सुरक्षाबलों द्वारा अपनाई जा रही रणनीति के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि मेरी यहां सैन्य अधिकारियों से विस्तृत बातचीत हुई है। हालात सामान्य बनाने और एलओसी पर किसी दुस्साहस का जवाब देने की रणनीति का सार्वजनिक तौर पर खुलासा नहीं किया जा सकता, लेकिन हमारी सेना हालात सामान्य बनाने में पूरी तरह समर्थ है।
उन्होंने कहा कि सम्मेलन में भाग लेने आ रहे कई राज्यों के मंत्री आशंकित थे। वह यहां के हालात को टीवी पर देखकर डरे हुए थे, लेकिन अब सब आराम से कश्मीर घूम रहे हैं। आज भी कुछ लोग यहां शहर घूमने गए हैं, शाम को भी जाएंगे।
कश्मीर के हालात पर मोदी-निर्मल में मंथन
कश्मीर घाटी में हालात खराब करने के लिए लगातार जारी साजिशों के चलते उपमुख्यमंत्री डॉ. निर्मल सिंह ने गुरुवार को दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। उन्होंने राज्य में सुरक्षा परिदृश्य, सीमा पर हालात से रूबरू कराया। राज्य में अगले महीने अमरनाथ यात्रा शुरू हो रही है। ऐसे में कश्मीर में सक्रिय देश विरोधी तत्वों की पूरी कोशिश है कि किसी न किसी बहाने घाटी में स्थिति को बद से बदतर बनाया जाए। यात्रा की सुरक्षा को लेकर न सिर्फ राज्य सरकार अपितु केंद्र सरकार भी चिंतित है।
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