फर्रुखाबाद जेल में कैदियों के उपद्रव के बाद जेलर सस्पेंड
फर्रुखाबाद के फतेहगढ़ जेल में आज सुबह बंदियों ने अपने बीमार साथी को बेहतर इलाज न मिल पाने पर जमकर बवाल किया। कुछ कैदी ईंट-पत्थर लेकर जेल की छत पर चढ़ गए।
By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Sun, 26 Mar 2017 08:54 PM (IST)Updated: Sun, 26 Mar 2017 10:21 PM (IST)
फर्रुखाबाद (जेएनएन)। फतेहगढ़ सेंट्रल जेल में बंदियों ने अपने बीमार साथी को बेहतर इलाज न मिलने पर आज जमकर बवाल किया। जेल के अंदर से पथराव तथा आग लगाने की घटना को बेहद गंभीर माना गया। इस मामले में जेलर डीके सिंह को सस्पेंड कर दिया गया है जबकि छह बंदी रक्षकों का तबादला कर दिया गया है।
फर्रुखाबाद के फतेहगढ़ जेल में आज सुबह बंदियों ने अपने बीमार साथी को बेहतर इलाज न मिल पाने पर जमकर बवाल किया। कुछ कैदी ईंट-पत्थर लेकर जेल की छत पर चढ़ गए। इस दौरान उन्होंने जेल के अंदर कुछ जगहों पर आग भी लगा दी। कैदियों की पत्थरबाजी की घटना के कारण डीएम एनपी पांडे और जेल सुपरिटेंडेंट राकेश कुमार को सिर में चोटें आई हैं।
कैदियों का आरोप है कि जेल में उनके साथ कैदी का इलाज नहीं किया गया, वहीं जेल में खराब खाने को लेकर भी कैदी नाराज हैं। फर्रुखाबाद जेल में हुए बवाल को कारागार राज्य मंत्री जय कुमार जैकी सचान ने काफी गंभीरता से लिया। उन्होंने कहा कि दोषियों पर सख्त कार्रवाई होगी। इस प्रकरण को देखने डीआईजी जेल आरपी सिंह वहां पहुंचे थे। इस मामले में शिथिलता बरतने के मामले में जेलर डीके सिंह को निलंबित कर दिया गया है। छह अन्य सुरक्षा गार्ड को हटा दिया गया है। इनके साथ ही जेल के डॉक्टर नीरज कुमार का तबादला कर दिया गया है। डीआईजी जेल 15 दिनों के अंदर रिपोर्ट दाखिल करेंगे।
फर्रूखाबाद की जिला जेल मे सुवह से बंदियों व जेल प्रशासन के बीच काफी चल रहा है। 200 से अधिक बंदी जिला जेल में छतों पर ईट पत्थर लेकर चढ़े। इन लोगों ने पथराव किया। जेल के अन्दर कुछ जगहों पर आग लगा दी थी। पथराव में जेलर के सिर पर पत्थर लगा जिससे यह गंभीर रूप से घायल हो गए। इनको इलाज के लिए जिला अस्पताल भेजा गया।
एक कैदी के भी सिर मे चोट लगी। उसे जेल से बाहर लाया गया। एंबुलेंस से जिला अस्पताल भेजा गया। इस प्रकरण को देखने कार्यवाहक डीएम सीडीओ एन के पांडेय मौके पर पहुंचे। जब इन्होंने बंदियां से वार्ता करनी चाही तो बंदियों ने फिर से पथराव कर दिया और सीडीओ भी घायल हो गए।
बताया जा रहा है कि एक बीमार बंदी को लोहिया अस्पताल रेफर करने के बजाय अस्पताल जेल ले जाने पर कैदियों में गुस्सा फैल गया। कैदियों ने विरोध शुरू कर दिया और छतों पर चढ़कर नारेबाजी शुरू कर दी। करीब साढ़े नौ बजे पुलिस पहुंची तो बंदी और भड़क गए, उन्होंने पथराव करके पुलिस को जेल में घुसने से रोक कर दिया। बवाल पर एडीएम, एसडीएम, सिटी मजिस्ट्रेट व अन्य अधिकारी जेल पहुंच गए।
राजेपुर क्षेत्र का कैदी अतुल के कारण पूरा विवाद हुआ है। अतुल धारा 302 और 376 का मुल्जिम है। काफी दिनों से जेल के अस्पताल में भर्ती था। जेल के डॉक्टर नीरज कुमार ने कल उसकी तबीयत सही होने के कारण डिस्चार्ज कर दिया। अतुल ने डिस्चार्ज करने का विरोध किया। कैदी अतुल ने सिपाही से मारपीट कर दी। इसके बाद जब जेल प्रशासन ने सख्ती की तो कैदी एकजुट हो गए और पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया।
कैदिया ने जेल के गेट नंबर 2 पर आग लगा दी। जब जेल प्रशासन जैसे-तैसे अंदर घुसा तो कैदियों ने उन पर पथराव शुरू कर दिया जेल अधीक्षक आर के शर्मा सहित कई अधिकारी पत्थर लगने से घायल हो गए। इनको राममनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया।
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