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भारत के खिलाफ पाकिस्तान ने अब तोप से नहीं कुछ ऐसे छेड़ रखी है लड़ाई

भारत और चीन के बीच डोकलाम पर तनातनी के बीजिंग की तरफ से भारतीय परमाणु प्रतिष्ठानों की जासूसी कराने की ख़बर ने हलचल पैदा कर दी थी।

By Rajesh KumarEdited By: Published: Sat, 23 Sep 2017 04:06 PM (IST)Updated: Mon, 25 Sep 2017 03:15 PM (IST)
भारत के खिलाफ पाकिस्तान ने अब तोप से नहीं कुछ ऐसे छेड़ रखी है लड़ाई
भारत के खिलाफ पाकिस्तान ने अब तोप से नहीं कुछ ऐसे छेड़ रखी है लड़ाई

नई दिल्ली, [स्पेशल डेस्क]। वैसे तो भारत के खिलाफ पाकिस्तान समय-समय पर कई तरह के पैंतरे आजमाता रहता है। वह सीमा पर कभी बेवजह गोलीबारी करता है तो कभी कश्मीर पर भड़काऊ भाषण देकर पूरी दुनिया का ध्यान खींचने की कोशिश करता है तो कभी सीमापार से आतंकवादियों को भेजकर भारत को अस्थिर करने का प्रयास करता है। लेकिन, पाकिस्तान सिर्फ इतने तक ही सीमित नहीं है, बल्कि उसके नापाक मंसूबे इन चीजों से कहीं और ज्यादा खतरनाक हैं।

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महिला कर्नल को ब्लैकमेल करते पाक जासूस गिरफ्तार
जी हां, पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ की तरफ से भारत के खिलाफ लगातार जासूसी की कोशिशें हो रही हैं। आईएसआई अपने एजेंटों के जरिए लगातार सैन्य जानकारी जुटाने में लगा हुआ है। इसकी एक बानगी उस वक्त देखने को मिली जब दिल्ली पुलिस ने सैन्य जानकारी हासिल करने के लिए एक महिला सैन्य अफसर को ब्लैकमेल करने की कोशिश कर रहे संदिग्ध आइएसआइ एजेंट को गिरफ्तार किया । गिरफ्तार किए गए आरोपी का नाम मोहम्मद परवेज (30) है। वह उत्तरी दिल्ली जिले के चांदनी महल इलाके का रहने वाला है। जांच में पता चला है कि वह कई बार पाकिस्तान जा चुका है। स्पेशल सेल उसके तीन साथियों मुंजाल, बिलाल और खालिद की तलाश कर रही है।

आईएसआई की चलती रहेगी नापाक कोशिश
Jagran.com से खास बातचीत में रक्षा विशेषज्ञ पूर्व लेफ्टिनेंट जनरल राज कादयान ने बताया कि जासूसी के कई तरीके होते हैं। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी की ओर से महिला सैन्य अफसर को जो ब्लैकमेल का मामला सामने आया, उसे उन्होंने बेहद संवेदनशील करार दिया है। राज कादयान ने बताया, चूंकि पाकिस्तान के डीएनए में भारत के खिलाफ दुश्मनी है, यही कारण है कि अब तक वह तीन बड़ी लड़ाई भारत के साथ लड़ चुका है। लेकिन, तीनों ही लड़ाईयों में उसे करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा है। इसलिए अब वह बजाय सीधी लड़ाई के इस तरह के पैंतरे आजमा रहा है।

महिला कर्नल की फोटो से छेड़छाड़ कर बनाया था आपत्तिजनक
दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक द्वारका थाने में महिला सैन्य अफसर ने शिकायत दर्ज कराई थी कि उनकी तस्वीर से छेड़छाड़ करके उनके दो वाट्सएप नंबर पर आपत्तिजनक फोटो भेजे गए हैं। फोटो भेजने वाले ने धमकी दी है कि अगर उन्होंने उससे बात नहीं की तो वह उनके आपत्तिजनक फोटो को सोशल मीडिया पर अपलोड कर देगा।

महिला अफसर का कहना है कि जिस नंबर से फोटो भेजे गए उन्होंने उसे अपने मोबाइल फोन में ब्लॉक कर दिया। इसके बाद एक महिला के फेसबुक अकाउंट के जरिये उनकी बेटी के फेसबुक अकाउंट पर उनके आपत्तिजनक फोटो भेजे गए और धमकी दी गई कि अगर तुम्हारी मां ने हमसे बात नहीं की तो यह फोटो सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिए जाएंगे। दिल्ली पुलिस ने जिस मोबाइल नंबर से आपत्तिजनक फोटो भेजे गए थे उसे ट्रैक करके 13 सितंबर को आरोपी मोहम्मद परवेज को दबोच लिया। जांच में सामने आया है कि वह आइएसआइ के लिए काम करता है।

कई सैन्य अफसरों को शिकंजे में लाने की थी कोशिश
पुलिस सूत्रों के अनुसार, आरोपी मोहम्मद परवेज ने साथियों के साथ मिलकर फेसबुक पर भारतीय सैन्य अफसरों की तलाश शुरू की। कई महिला सैन्य अफसरों को उन सभी ने फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी, लेकिन जब किसी ने उसे स्वीकार नहीं किया तो मोहम्मद परवेज ने पीड़ित सैन्य अफसर के फेसबुक अकाउंट से उनके फोटो निकाले और उससे छेड़छाड़ कर उन्हें भेजना शुरू कर दिया। सूत्रों के अनुसार, मोहम्मद परवेज महिला अफसर को ब्लैकमेल कर सेना की गोपनीय जानकारी हासिल करना चाहता था। इससे पहले भी वह कुछ गोपनीय जानकारी आइएसआइ तक पहुंचा चुका है।

पाकिस्तान हाई कमीशन से चल रहे जासूसी रैकेट का भंडाफोड़
पिछले साल दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने सेना और देश के सुरक्षा प्रतिष्ठानों के बारे में जासूसी करने वाले पाकिस्तान के एक रैकेट का भंडाफोड़ किया। इस सिलसिले में जहां पाकिस्तान हाई कमीशन में काम कर रहे एक अधिकारी को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई, वहीं दो भारतीय नागरिकों की गिरफ्तारी भी हुई। इस रैकेट के तार पाकिस्तानी आर्मी और देश की खुफिया एजेंसी आइएसआइ तक जुड़ा हुआ पाया गया। इस मामले में पाकिस्तान हाई कमीशन के जिस अधिकारी को हिरासत में लिया गया, उसका नाम महमूद अख्तर था। बताया गया कि उसके पास से भारतीय सेना से संबंधित अति गोपनीय दस्तावेज हासिल हुए। उसके बाद भारत सरकार ने उसे पर्सोना नॉन ग्राटा घोषित कर दिया। जिसका मतलब है कि उसे अब देश छोड़ना होगा। अख्तर से पूछताछ के बाद दिल्ली पुलिस ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस पूरे मामले की जानकारी दी थी।

भारत के परमाणु प्रतिष्ठानों पर चीनी जासूसों की नजर
भारत और चीन के बीच डोकलाम पर तनातनी के बीच बीजिंग की तरफ से भारतीय परमाणु प्रतिष्ठानों की जासूसी कराने की ख़बर ने हलचल पैदा कर दी थी। खबरों में ऐसा कहा गया कि चीन अब भारतीय परमाणु परियोजनाओं की जासूसी कर रहा है। चीन की मिलिट्री गुप्तचर संस्था गुओजिया एंकुअन बूमस यानि गुयानबू की नजर भारतीय परमाणु परियोजनाओं पर है। संस्था के पांच गुप्तचर इन परियोजनाओं की सूचनाएं एकत्रित करने के लिए राजस्थान समेत भारत के अलग-अलग राज्यों में सक्रिय हैं। भारतीय मिशन पर भेजे गए ये पांचों गुप्तचर पूर्व में अमेरिका व रूस की परमाणु सूचनाएं चोरी कर सकुशल चीन वापस लौट चुके हैं।

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