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पूरे करियर में एक भी छक्का नहीं लगा पाया ये भारतीय बल्लेबाज़, फिर भी है महान

इस खिलाड़ी के पास एक खास तरह की कला थी गेंद को लेट खेलने की। लेकिन 55 मैचों के करियर में एक भी छक्का वह नहीं लगा पाए।

By Pradeep SehgalEdited By: Published: Tue, 26 Sep 2017 12:50 PM (IST)Updated: Tue, 26 Sep 2017 07:55 PM (IST)
पूरे करियर में एक भी छक्का नहीं लगा पाया ये भारतीय बल्लेबाज़, फिर भी है महान
पूरे करियर में एक भी छक्का नहीं लगा पाया ये भारतीय बल्लेबाज़, फिर भी है महान

नई दिल्ली, [जागरण स्पेशल]। क्रिकेट में सिक्स लगाकर बल्लेबाज़ एक ही गेंद पर सबसे ज़्यादा 06 रन जुटा लेता है। आजकल के दौर में ऐसा बहुत मुश्किल है कि किसी भी बल्लेबाज़ ने अपने करियर के दौरान एक भी छक्का न लगाया हो, खासकर टी-20 क्रिकेट के आने के बाद तो ऐसा नामुमकिन सा ही लगता है। भारतीय क्रिकेट में भी एक ऐसे बल्लेबाज़ रहे हैं, जिन्होंने अपने क्रिकेट के करियर में एक भी सिक्स नहीं लगाया। जी हां, सही सुना आपने, एक भी छक्का मारने में कामयाब नहीं हो पाए इन महान बल्लेबाज़ का नाम है विजय मांजरेकर। विजय मांजरेकर का जन्म आज ही के दिन यानि की 26 सितंबर 1931 को बॉम्बे (मुंबई) में हुआ था। विजय मांजरेकर ने दुनिया को बहुत जल्दी, यानी सिर्फ 52 साल की उम्र में अलविदा कह दिया था।

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बेटे ने लगाया एक सिक्स

विजय मांजरेकर के बेटे संजय मांजरेकर हैं। संजय जो जाने-माने क्रिकेट कॉमेंटेटर हैं, उन्होंने भी भारत के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेला है। खास बात ये है कि संजय मांजरेकर ने 37 टेस्ट मैच के करियर के दौरान सिर्फ एक ही सिक्स लगाया था। हालांकि संजय ने तो वनडे क्रिकेट भी खेला और उन्होंने 74 वनडे मैचों में 10 छक्के भी जड़े, लेकिन टेस्ट में वो सिर्फ एक ही बार गेंद को हवाई रास्ते से बाउंड्री के पार भेज सके।

आखिरी मैच में भी जमाया शतक

इस महान बल्लेबाज़ ने दिसंबर 1951 में कोलकाता में इंग्लैंड के खिलाफ अपने टेस्ट करियर की शुरुआत की। अपनी खराब सेहत के चलते वो ज़्यादा टेस्ट क्रिकेट नहीं खेल पाए, लेकिन इस महान खिलाड़ी ने अपने करियर के आखिरी टेस्ट में भी शतक जमाया था। उन्होंने ये शतक 1965 में न्यूज़ीलैंड के खिलाफ मद्रास (चेन्नई) में लगाया था। आखिरी टेस्ट में वो 102 रन बनाकर नाबाद रहे थे और फिर इस मैच के बाद वो कभी भी भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट नहीं खेल पाए।

6 टीमों के लिए खेले रणजी ट्रॉफी

विजय मांजरेकर ने 6 अलग-अलग टीमों की तरफ से रणजी ट्रॉफी खेली थी। उन्होंने बॉम्बे (मुंबई), बंगाल, आंध्र प्रदेश, राजस्थान, यूपी और महाराष्ट्र की तरफ से रणजी ट्रॉफी में शिरकत की थी।

गावस्कर + विश्वनाथ = विजय मांजरेकर

विजय मांजरेकर के पास एक खास तरह की कला थी। गेंद को लेट खेलने की उनकी कला की वजह से वो बेहतरीन कट शॉट खेलते थे। वो घुमावदार पिच पर भी स्पिनर्स के खिलाफ कट शॉट खेलने से नहीं घबराते थे और यही वजह थी कि उन्होंने एक बार राजस्थान बनाम रणजी ट्रॉफी मैच में प्रसन्ना और चंद्रशेखर को खूब परेशान किया था। उन्होंने 175 रन की पारी खेली थी और इस पारी के बाद प्रसन्ना ने कहा था कि, ‘घुमावदार विकेट पर कोई भी बल्लेबाज़ ऑफ स्पिनर के खिलाफ कट नहीं मारता, लेकिन विजय मांजरेकर ने न सिर्फ ये काम बेहतरीन ढंग किया बल्कि उन्होंने हमें एक दर्शक ही बना दिया’। इसके साथ ही साथ प्रसन्ना ने कहा कि, मुझे ये कहने में कोई गुरेज नहीं है कि गावस्कर + विश्वनाथ = विजय मांजरेकर’। मांजरेकर के पास गावस्कर जैसा डिफेंस करने तो विश्वनाथ की तरह स्ट्रोक लगाने की भी क्षमता थी।

विजय मांजरेकर का रिकॉर्ड

विजय मांजरेकर ने 55 टेस्ट मैचों में 3,208 रन बनाए। विजय मांजरेकर का सर्वश्रेष्ठ टेस्ट स्कोर इंग्लैंड के खिलाफ दिल्ली में था। इस मैच में उन्होंने नाबाद 189 रन का पारी खेली थी।

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