मैडम इतराइये मत, आप जैसी हैं 10 और
नासा के केपलर मिशन के तहत 10 ऐसे ग्रहों की खोज हुई है जो बिल्कुल पृथ्वी की तरह हैं।
नई दिल्ली [स्पेशल डेस्क] । हम एलियंस के बारे में अक्सर सुनते हैं। उनके बारे में तरह तरह की धारणाएं बनाते हैं। लेकिन एलियंस को लेकर अभी किसी तरह की पुख्ता जानकारी नहीं मिली है। इसके अलावा एक सवाल बार बार उठता है कि क्या ब्रह्मांड में पृथ्वी के अलावा कोई ग्रह है। पृथ्वी जैसे ग्रह की खोज में कई अभियान चलाए गए लेकिन खास जानकारी नहीं मिल सकी। हालांकि अब नासा के केपलर मिशन के जरिए जो जानकारी मिल रही है उसके मुताबिक पृथ्वी के सौर मंडल से बाहर 10 ऐसे ग्रह मिले हैं जो बिल्कुल पृथ्वी की तरह हैं।
सौरमंडल से बाहर पृथ्वी जैसे 10 ग्रह
पृथ्वी के सौर मंडल से बाहर करीब ऐसे 10 ग्रहों की खोज की गई है, जिनका आकार करीब करीब पृथ्वी के बराबर है। नासा के केपलर स्पेस कार्यक्रम के तहत सिग्नस नक्षत्र में 20 हजार से ज्यादा तारों के बारे में जानकारी इकट्ठा की जा रही थी और उसी अभियान के तहत वैज्ञानिकों को सुपर अर्थ जैसे ग्रहों के बारे में जानकारी मिली।
जीवन की संभावना पर रिसर्च जारी
नासा के केपलर टेलिस्कोप मिशन से जुड़े मारियो पेरेज का कहना है कि आंकड़ों के गहन अध्ययन के बाद ये कहा जा सकता है कि हम अकेले नहीं हैं, बल्कि पृथ्वी की तरह 10 और ग्रह हैं। 2009 में नासा ने केपलर टेलीस्कोप के जरिए पृथ्वी जैसे ग्रह की जानकारी के अभियान शुरू किया था। वैज्ञानिकों का कहना है कि पृथ्वी जैसे 10 ग्रहों के मिलने के बाद अब उन ग्रहों पर जिंदगी की संभावना का अध्ययन किया जाएगा।
चार साल के अभियान में मिली कामयाबी
चार साल के अभियान में केपलर टेलीस्कोप ने 2,335 ग्रहों की पुष्टि की। इससे पहले 1,699 ग्रहों की जानकारी सामने आई थी। अब कुल मिलाकर 4,034 ग्रह दुनिया के सामने आ चुके हैं। वैज्ञानिकों का मानना है कि अपनी पृथ्वी की तरह करीब 50 दुनिया हो सकती हैं। दूसरे टेलीस्कोप सर्वे के मुताबिक वैज्ञानिकों का कहना सौर मंडल के बाहर करीब 3500 ग्रह हैं। केपलर टेलीस्कोप से जो आंकड़े मिले हैं उसके जरिए ये पता लगाने में आसानी होगी कि ग्रह का सतह पृथ्वी की तरह ठोस है या नेप्ट्यून की तरह गैस से बना हुआ है।
केपलर मिशन से जुड़े वैज्ञानिकों का कहना है कि जिन ग्रहों के बारे में जानकारी मिली है उनमें से एक ग्रह का आकार पृथ्वी के आकार का करीब पौने दो गुना है। जबकि दूसरे ग्रहों की आकार छोटा है। इसके अलावा दो ग्रहों का आकार पृथ्वी से साढ़े तीन गुना है जिसके चारों तरफ नेप्ट्यून की तरह का गैस का घेरा है। केपलर द्वारा भेजे गए आंकड़ों के अध्ययन में जुटे बेंजामिन फुल्टन ने कहा कि पहले ऐसा लगा कि किसी जीव जन्तु का सिंगल स्पेसीज है। लेकिन ये दो अलग अलग ग्रहों का समूह है। वैज्ञानिकों ने इन ग्रहों को सुपर अर्थ के साथ मिनी नेप्ट्यून का नाम दिया है।
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