Move to Jagran APP

दुनिया हिला देगा ये भारतीय खिलाड़ी, इसका ये अनोखा हुनर है बेहद खास

भारत का ये गेंदबाज़ अब विरोधियों पर करेगा 'दोहरा' वार।

By Pradeep SehgalEdited By: Published: Wed, 13 Sep 2017 12:54 PM (IST)Updated: Thu, 14 Sep 2017 01:23 PM (IST)
दुनिया हिला देगा ये भारतीय खिलाड़ी, इसका ये अनोखा हुनर है बेहद खास
दुनिया हिला देगा ये भारतीय खिलाड़ी, इसका ये अनोखा हुनर है बेहद खास

नई दिल्ली, [जागरण स्पेशल]। ऑस्ट्रेलिया की टीम ने अपने भारतीय दौरे की शुरुआत जीत के साथ की है। इस दौरे पर खेले गए वॉर्म अप मैच में कंगारु टीम ने बोर्ड अध्यक्ष एकादश को 103 रन से मात दे दी। लेकिन इस मैच में कुछ ऐसा हो गया जिसे देखकर सब हैरान रह गए। इस मैच में एक भारतीय गेंदबाज़ ने कुछ ऐसा कर दिया जो शायद ही इससे पहले भारत के किसी खिलाड़ी ने किया हो।

loksabha election banner

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वॉर्म अप मैच में भारत की ओर से बोर्ड अध्यक्ष एकादश में खेल रहे गेंदबाज अक्षय कर्नेवर ने एक ही ओवर में दोनों हाथों से गेंदबाजी करने का कमाल किया। इससे पहले अक्षय घरेलू क्रिकेट में विदर्भ के लिए खेलते समय वो दोनों हाथों से गेंदबाजी कर चुके हैं। लेकिन किसी अंतरराष्ट्रीय टीम के खिलाफ अक्षय ने ऐसा पहली बार किया है। चेपॉक स्टेडियम में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दोनों हाथों से गेंदबाजी करके उन्होंने सबको चौंका दिया।

कर्नेवर ने ना केवल दोनों हाथों से गेंदबाजी की बल्कि विकेट भी निकाला। अक्षय ने ऑस्ट्रेलिया टीम के धुरंधर बल्लेबाज़ ट्रेविस हेड को पवेलियन की राह दिखाई। जब ट्रेविस हेड 65 रनों के स्कोर पर बल्लेबाज़ी कर रहे थे तो उन्होंने कर्नेवर की गेंद पर लंबा शॉट लगाना चाहा। उस समय कर्नेवर ऑफ स्पिन गेंदबाजी कर रहे थे लेकिन हेड का शॉट सीमा रेखा को पार नहीं कर सका और संदीप शर्मा ने एक शानदार कैच पकड़कर उनको चलता किया।

इस वजह से अक्षय के पास है ये हुनर

अक्षय कर्नेवर के दोनों हाथ से गेंदबाज़ी करने के पीछे एक कहानी है। दरअसल अक्षय ने अपने करियर की शुरुआत एक ऑफ स्पिन गेंदबाज़ के तौर पर की थी। लेकिन उनके कोच ने उनसे कहा कि नागपुर में लेफ्ट ऑर्म स्पिनर काफी कम ही देखने को मिलते हैं। इसके बाद उन्होंने दूसरे हाथ से गेंदबाजी शुरु कर दी। बस फिर क्या था, वो दोनों हाथों से गेंद फेंकने लगे और ये बल्लेबाज़ों के लिए सिरदर्द साबित होने लगा। जैसे-जैसे अक्षय का क्रिकेट करियर आगे बढ़ता गया उन्हें कई क्रिकेटरों से शाबाशी मिलने लगी। इरफान पठान जैसे दिग्गज खिलाड़ियों ने उनकी गेंदबाजी की काफी तारीफ की। कर्नेवर 17 प्रथम श्रेणी क्रिकेट में अब तक 34 विकेट चटका चुके हैं और 13 टी-20 मैचों में 10 विकेट लिए हैं।

प्रदर्शन की चमक को रखना होगा बरकरार

अक्षय फिलहाल 24 साल के हैं और अगर वो अपने लगातार अच्छा प्रदर्शन करते हैं तो वो जल्दी ही अंतरराष्ट्रीय टीम में अपनी एंट्री का दरवाज़ा खटखटा सकते हैं। दोनों हाथों से गेंद फेंकने की ये कला अंतरराष्ट्रीय स्तर के बल्लेबाज़ों को भी परेशान करने में काफी कारगर साबित हो सकती है।  

 

नहीं रोकता है क्रिकेट का नियम

क्रिकेट के नियमों के मुताबिक कोई गेंदबाज अंपायर या बल्लेबाज को बिना बताए एक ही ओवर में लेग स्पिन या ऑफ स्पिन या फिर तेज गेंदबाजी कर सकता है। हां, अगर गेंदबाज एक ही ओवर में दो हाथों से गेंदबाजी करता है तो उसे पहले अंपायर को बताना होगा, वरना वह नो-बॉल मानी जाएगी। 

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भी हुआ है ऐसा

क्रिकेट में कई गेंदबाजों ने इससे पहेल भी ऐसे गेंदबाज़ रहे हैं जिन्होंने दोनों हाथों से गेंदबाज़ी की है। हालांकि ये चीजें क्रिकेट के इतिहास में बहुत कम देखने को मिली हैं। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी ऐसा एक-दो बार देखने को मिला है जब गेंदबाज़ी ने दोनों हाथों से गेंदबाज़ी की हो। चलिए आपको बताते हैं वो कौन-कौन से गेंदबाज़ है जो मौजूदा समय में ऐसा कर रहे हैं और कौन-कौन से गेंदबाज़ पहले भी दोनों हाथों से गेंदबाज़ी कर चुके हैं।

1. पाकिस्तान के यासिर जन भी करते हैं ये कमाल

यासिर जन को पाकिस्तानी गेंदबाजी का भविष्य माना जा रहा है। 21 साल के यासिर अपने दोनों हाथों से तेज गेंदबाजी कर लेते हैं। यासिर दाएं हाथ से गेंदबाजी करते हैं तो उनकी स्पीड लगभग 145 किमी प्रति घंटा के आसपास होती है और जब वह बाएं हाथ से गेंदबाजी करते हैं तो उनकी ये गति करीब 135 किमी प्रति घंटे के आसपास रहती है।

2. पाकिस्तान के ये दिग्गज भी कर चुका है ऐसा

पाकिस्तान के पूर्व कप्तान हनीफ मोहम्मद को बेहतरीन कप्तान माना जाता है , लेकिन ये दिग्गज मल्टी टैलेंटेड था। जो विकेट कीपिंग के साथ-साथ ऑफ स्पिन गेंदबाज़ी भी कर सकता था। हालांकि वह रेगुलर गेंदबाज़ नहीं थे, लेकिन वो गेंद को दोनों तरफ घुमा लेते थे। साथ ही हनीफ मोहम्मद के बारे में लोगों एक बात और नहीं पता थी, वह दोनों हाथों से गेंदबाज़ी करने में माहिर थे। हनीफ मोहम्मद ने उस मैच में दोनों हाथ से गेंदबाज़ी की थी जिसमें सर गैरी सोबर्स ने 365 की पारी खेलकर रिकॉर्ड बनाया था। 

 

 3. कमिंडू मेंडिस के पास भी है ये कला

अंडर-19 वर्ल्डकप में खेले श्रीलंकाई  स्पिनर कमिंडू मेंडिस को भी दोनों हाथों से गेंदबाज़ी करते हुए देखा गया है। 17 साल के मेंडिस दायें हाथ के ऑफ़ ब्रेक गेंदबाज़ हैं और वह इसी के साथ बाएं हाथ से भी परम्परागत स्पिन गेंदबाज़ी करते हैं। अंडर-19 विश्व कप अभियान के अपने दूसरे मैच में मेंडिस ने अफगानिस्तान के खिलाफ दोनों हाथों से गेंदबाज़ी की। इस मैच में मेंडिस ने 36 रन देकर 3 विकेट हासिल किये जिससे उनकी टीम को जीत हासिल हुई। 


 

 4. हसन तिलकरत्ने के पास भी था ये तिलिस्म

हसन तिलकरत्ने का एक बल्लेबाज़ के तौर पर श्रीलंका की तरफ से बेहतरीन करियर रहा है, उन्होंने 88 टेस्ट और 200 वनडे मैच खेले थे। इसके साथ ही तिलकरत्ने दायें हाथ से स्पिन गेंदबाज़ी भी कर लेते थे। लेकिन वह कभी कभार ही वनडे मैचों में गेंदबाज़ी करते हुए नजर आये थे। 1996 वर्ल्डकप के दौरान हसन तिलकरत्ने ने एक मैच में दोनों हाथ से गेंदबाज़ी की थी। श्रीलंका और केन्या के बीच इस मैच में श्रीलंका ने 398 रन का स्कोर बनाया था। इस मैच में ही तिलकरत्ने ने दोनों हाथ से गेंद डालकर सबको हैरान कर दिया था। केन्या की पारी का ये आखिरी ओवर था।
 

 5. ग्राहम गूच भी इस कला के थे माहिर

ग्राहम गूच इंग्लैंड और एसेक्स क्रिकेट दिग्गज बल्लेबाज़ माने जाते थे। अपने खेलने के दिनों में एक बेहतरीन बल्लेबाज़ होने के साथ-साथ गूच पार्ट टाइम मध्यम गति के गेंदबाज़ भी थे। इस अंग्रेज खिलाडी ने अपने 118 मैचों लंबे टेस्ट करियर में 23 विकेट भी लिए जिसमें उन्होंने 39 रन देकर 3 विकेट लेकर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन भी किया था। गूच के अंदर एक अद्भुत कला थी कि वह दोनों हाथों से गेंद फेंक लेते थे। लेकिन ऐसा वह कभी कभार ही करते थे।

क्रिकेट की खबरों के लिए यहां क्लिक करें

अन्य खेलों की खबरों के लिए यहां क्लिक करें


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.