14 साल पहले आज ही लगा था पहला टी20 शतक, दिलचस्प था वो खिलाड़ी और पारी
टी20 क्रिकेट की शुरुआत भी इंग्लैंड से हुई थी। इसे एक प्रयोग के तौर पर 2013 में इंग्लैंड के घरेलू क्रिकेट में पहली बार आजमाया गया था।
नई दिल्ली, [स्पेशल डेस्क]। क्रिकेट में वनडे और टेस्ट प्रारूपों में समय व ओवर देखते हुए शतक लगाना इतना मुश्किल नजर नहीं आता था..लेकिन जब 2003 में टी20 क्रिकेट शुरू हुआ तो सबके दिमाग में ये सवाल गूंजने लगा कि आखिर 20 ओवर के खेल में शतक कैसे जड़ा जाएगा। कम समय, कम गेंदें और ज्यादा दबाव के बीच शतक जड़ना आसान नहीं था। फिर एक खिलाड़ी ने इस कड़ी को तोड़ा और 23 जून 2013 को अपना नाम इतिहास के पन्नों में दर्ज करा दिया।
- वो लाजवाब पारी
टी20 क्रिकेट की शुरुआत भी इंग्लैंड से हुई थी। इसे एक प्रयोग के तौर पर 2013 में इंग्लैंड के घरेलू क्रिकेट में पहली बार आजमाया गया था। इंग्लैंड ने पहले ट्वंटी20 कप का आयोजन किया था। उसी टूर्नामेंट में एजबेस्टन के मैदान पर ग्लूस्टरशर और वॉरविकशर की टीमों के बीच मुकाबला खेला जा रहा था। मैच में वॉरविकशर ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 134 रन बनाए थे। जवाब में उतरी ग्लूस्टरशर की टीम की तरफ से ये काम एक ही खिलाड़ी ने पूरा कर दिया। ये खिलाड़ी थे ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर इयन हार्वे। इस खिलाड़ी ने 50 गेंदों पर 100 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेली और अपनी टीम को 13.1 ओवर में ही जीत दिला दी। हार्वे की उस पारी में 76 रन बाउंड्री के जरिए आए थे।
- बेहद दिलचस्प था ये खिलाड़ी, लोग कहते थे सनकी
अपने करियर के दिनों में इयन हार्वे एक बेहद दिलचस्प ऑलराउंडर के रूप में जाने जाते थे। उनको 'फ्रीक' नाम से पुकारा जाने लगा था, जिस शब्द के दो अर्थ निकलते थे सनकी या अनोखा और दोनों ही हार्वे पर सटीक बैठते थे। हार्वे जितने शानदार बल्लेबाज थे उतने ही बेहतरीन गेंदबाज भी। वो जितनी तेजी से रन बनाते थे उतनी ही तेजी से टीमें भी बदल दिया करते थे। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तो वो ऑस्ट्रेलिया की तरफ से खेले लेकिन उससे हटके इस खिलाड़ी ने एक या दो नहीं बल्कि कुल 9 टीमों की तरफ से क्रिकेट खेला, वो भी तब जब आइपीएल और बिग बैश लीग जैसे लोकप्रिय टूर्नामेंटों का जन्म तक नहीं हुआ था। हार्वे ने केप कोबराज, चेन्नई सुपरस्टार्स, डर्बीशर, ग्लूस्टरशर, हैंपशर, आइसीएल वर्ल्ड इलेवन, मेरिलबोन क्रिकेट क्लब, नॉर्थेम्टनशर, विक्टोरिया और यॉर्कशर टीमों की तरफ से क्रिकेट खेला। हार्वे ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में अपना पहला मैच 1993 में खेला और उसके बाद वो जुलाई 2013 तक क्रिकेट खेलते रहे, यानी 20 सालों तक उन्होंने अपनी बल्लेबाजी व गेंदबाजी से धमाल मचाया।
- लाजवाब हैं उनके ये आंकड़े
ऑलराउंडर के रूप में हार्वे विश्व क्रिकेट में काफी लोकप्रिय थे और इसी वजह से हर टीम उनको अपने साथ शामिल करने के लिए बेकरार रहती थी। अंतरराष्ट्रीय स्तर हार्वे ने 73 वनडे मैचों में 715 रन बनाए 85 विकेट भी लिए। वहीं, ट्वंटी20 क्रिकेट मेंं हार्वे ने 54 मैचों में 3 शतकों के साथ 1470 रन बनाए जबकि 52 विकेट भी हासिल किए। प्रथम श्रेणी क्रिकेट में तो उनके आंकड़े और भी शानदार रहे। हार्वे ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट के 165 मैचों में 15 शतकों की मदद से 8409 रन बनाए, जिस दौरान उनकी सर्वश्रेष्ठ पारी 209 रनों की रही। जबकि इतने ही मैचों में उन्होंने 425 विकेट भी लिए और एक पारी में 8 विकेट उनका सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन रहा।
यह भी पढ़ेंः न्यूजीलैंड के एक और खिलाड़ी का संन्यास, खाली होती जा रही है ये टीम
क्रिकेट की अन्य खबरों के लिए यहां क्लिक करें