अभिव्यक्ति की आजादी राष्ट्र विरोध नहीं हो सकती:जनार्दन द्विवेदी
पार्टी के जनरल सचिव नेता जनार्दन द्विवेदी ने पार्टी से अलग हटकर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
नई दिल्ली, एएनआई। दिल्ली विश्वविद्यालय के रामजस कॉलेज में हुई हिंसा के बाद चर्चा में आई दिल्ली यूनिवर्सिटी की छात्रा गुरमेहर कौर के समर्थन और विरोध में कई लोग सामने आ रहे हैं। वहीं कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी गुरमेहर कौर के समर्थन में खुलकर नजर आ रहे हैं। दूसरी तरफ उनकी ही पार्टी के जनरल सेक्रेटरी जनार्दन द्विवेदी ने पार्टी से अलग हटकर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
कांग्रेस नेता जनार्दन द्विवेदी ने कहा कि यह अभिव्यक्ति की आजादी के बारे में नहीं है, यह राष्ट्र के विरोध को लेकर है। ये एक छात्र की अभिव्यक्ति की आजादी का प्रश्न है ऐसा नहीं है, प्रश्न इससे बड़ा है, शिक्षा, पीढ़ी के संस्कार, क्या राष्ट्र के विरुद्ध हैं। सुनने में ये शब्द और सारी बातें अच्छी लगती हैं, लेकिन इसका परिणाम भयावह है, सारा वातावरण विषाक्त हो रहा है।
यह भी पढ़ें: क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग को गुरमेहर का भावुक जवाब- ट्वीट देख टूट गया दिल
जनार्दन द्विवेदी ने आगे कहा कि एक समस्या है कि राजनीति में संवाद का स्तर गिर गया है, कैसी भाषा का प्रयोग करना है, किसे अटैक करना है सब प्रेरित है।
यह है मामला
मालूम हो कि राष्ट्रद्रोह का सामना कर रहे जेएनयू के छात्र उमर खालिद को एक सेमिनार में बुलाया गया था। इसे लेकर गत बुधवार को रामजस कॉलेज में दोनों छात्र संगठनों के कार्यकर्ताओं के बीच हिंसक संघर्ष हो गया था। तभी से यह मामला गरमाया हुआ है।