लालू-तेजस्वी से CBI पूछताछ 25 को, आसान नहीं होगा सवालों के जवाब देना
सीबीआइ ने लालू और तेजस्वी को पूछताछ के 25 व 26 सितंबर को दिल्ली स्थित मुख्यालय तलब किया है। दोनों बाप बेटे के लिए सीबीआइ के सवालों का जवाब देना आसान नहीं होगा।
पटना [राज्य ब्यूरो]। रांची और पुरी में रेलवे के दो होटलों को लीज पर दिए जाने के मामले में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद और उनके पुत्र व बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को सीबीआइ के तीखे सवालों का सामना करना होगा।
सीबीआइ की यह पूछताछ रेलवे के उन दस्तावेजों पर आधारित होगी, जो उसे विगत 7 जुलाई को छापेमारी के दौरान होटल लीज पर लेने वाले कोचर बंधुओं, राज्यसभा सांसद प्रेमचंद गुप्ता व उनकी पत्नी सरला गुप्ता और आइआरटीसीटीसी के तत्कालीन प्रबंध निदेशक पीके गोयल के ठिकानों से मिले थे।
सीबीआइ ने लालू और तेजस्वी को पूछताछ के 25 व 26 सितंबर को दिल्ली स्थित मुख्यालय तलब किया है। जांच एजेंसी ने इस मामले में लालू प्रसाद, पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के साथ साथ झारखंड से राजद के राज्यसभा सदस्य प्रेमचंद गुप्ता, उनकी पत्नी सरला गुप्ता को अभियुक्त बनाया है।
इसी मामले में रांची व पुरी में रेलवे के दोनों होटलों को लीज पर लेने वाले विनय कोचर, विजय कोचर तथा आइआरसीटीसी के तत्कालीन प्रबंध निदेशक पीके गोयल भी अभियुुक्त हैं। सीबीआइ, कोचर बंधुओं के साथ साथ सरला गुप्ता और पीके गोयल से पूछताछ कर चुकी है।
सीबीआइ के हाथ लगे दस्तावेज बताते हैं कि कोचर बंधुओं को होटल दिए जाने में रेलवे के कई नियमों और प्रावधानों को ताक पर रखा गया था। बदले में कोचर बंधुओं ने भी लालू प्रसाद को उपकृत किया।
बताते चलें कि कोचर बंधुओं ने लालू प्रसाद को पटना के बेली रोड स्थित प्राइम लोकेशन पर तीन एकड़ जमीन दी है। जिसकी कीमत करोड़ों में आंकी गई है। इस जमीन पर तेजस्वी यादव मॉल का निर्माण करा रहे थे। इस मामले में कोचर बंधुओं ने जमीन पहले प्रेमचंद गुप्ता की पत्नी सरला गुप्ता की कंपनी और फिर लालू प्रसाद के परिवार की कंपनी डिलाइट मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड के नाम ट्रांसफर की। अब डिलाइट मार्केटिंग का नाम बदलकर लारा प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड कर दिया गया।