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बहू को जिंदा जलाने की कोशिश, बच गई तो 10 दिन रखा कमरे में बंद

अमानवीयता की सारी हदें पार किए जाने का एक मामला सामने आया है। जहां जिले के पिपरई थाने के मलावनी गांव में एक 26 वर्षीय विवाहित युवती को परिजन ने केरोसिन डालकर जिंदा जलाने का प्रयास किया।

By Rajesh KumarEdited By: Published: Sun, 29 Nov 2015 08:03 PM (IST)Updated: Sun, 29 Nov 2015 08:27 PM (IST)
बहू को जिंदा जलाने की कोशिश, बच गई तो 10 दिन रखा कमरे में बंद

अशोक नगर। अमानवीयता की सारी हदें पार किए जाने का एक मामला सामने आया है। जहां जिले के पिपरई थाने के मलावनी गांव में एक 26 वर्षीय विवाहित युवती को परिजन ने केरोसिन डालकर जिंदा जलाने का प्रयास किया।

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जब बहू बच गई, तब उसे परिवार के लोगों ने अस्पताल में उपचार कराने के बजाय कमरे में बंद करके रखा। 10 दिन बाद कुछ तरस आया तो युवती को इलाज के लिए भोपाल के एक निजी अस्पताल में गुपचुप लाया गया। युवती की हालत देखकर भोपाल की शाहजहांनाबाद पुलिस को बुलाया गया। पुलिस ने महिला के बयान लेने के बाद पूरी कार्रवाई पिपरई थाना को सौंपी। पिपरई पुलिस ने ससुराल पक्ष के छह लोगों के खिलाफ दहेज प्रताड़ना और हत्या के प्रयास का केस दर्ज किया है।

मलावनी निवासी सोम रघुवंशी की पत्नी कीर्ति 12 नंवबर को जब चूल्हे पर खाना बना रही थी, उसी दौरान मेरे ससुर सतेन्द्र रघुवंशी ने आकर मुझसे कहा कि तू मायके से दहेज लेकर नहीं आई है। तब मैंने उनसे कहा कि तुम रोज-रोज दहेज की बात क्यों करते हो।

यह सुनते ही गुस्से में ससुर ने मुझ पर करोसिन डाल दिया और चूल्हे से लकड़ी निकालकर उसमें आग लगा दी। गंभीर रूप से जल जाने के बाद उसे कमरे से बाहर लाकर लिटा दिया। बड़ी मुश्किल से पानी डालकर आग बुझाई।

युवती ने बयानों में पुलिस को बताया कि सास कह रही थी कि इसे इलाज के लिए ले जाने के बजाए उठाकर कमरे में बंद कर दो। मैं करीब दस दिन तक दर्द से तड़पती रही लेकिन उन्हें तरस नहीं आया। दसवें दिन उन्होंने कहा कि यदि तू पुलिस को हम लोगों के खिलाफ बयान न दे तो मैं तुझे अस्पताल इलाज के लिए ले जाऊंगी। घर की ही एक सदस्य रिवियावाई ने कहा कि इसे घर में ही पड़ा रहने दो। इसे इलाज के लिए मत ले जाओ। युवती के जल जाने के बाद भी परिजन ने उसके मायके वालों को कोई खबर नहीं की।

इस घटना के दसवंे दिन युवती के ससुराल पक्ष के लोग चुपचाप उपचार के लिए भोपाल के निजी अस्पताल एलबीएस में उपचार कराने के लिए ले गए। एलबीएल अस्पताल ने युवती की हालत देखने के बाद भोपाल की शाहजहांनाबाद पुलिस को घटना से अवगत कराया।

शाहजहांनाबाद पुलिस ने पहले युवती के मायके वालों को (जो गुना जिले के आरोे थाने के अंतर्गत बारोद गांव के रहने वाले हैच)। अवगत कराया। युवती के शाहजहांनावाद पुलिस ने बयान लिए। युवती 80 प्रतिशत बुरी तरह जाने के बाद पिपरई पुलिस ने ससुराल पक्ष के 6 लोगों के खिलाफ दहेज प्रताड़ना और हत्या के प्रयास की धाराओं 498 और 307 का मामला दर्ज किया है।

ससुराल पक्ष के जिन आरोपियों पर यह मामला दर्ज किया गया है उनमें सास भुरियावाई, ससुर सतेन्द्र रघुवंशी, पति सोनू रघुवंशी के अलावा ओमकार, कल्ला और रिवियावाई के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।


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