छापों और जब्ती में तीन गुना इजाफा
देश में काला धन रखने वालों के खिलाफ जोरदार कार्रवाई करते हुए आयकर विभाग ने सबसे बड़ी नकदी और ज्वैलरी की जब्ती की है।
नई दिल्ली। देश में काला धन रखने वालों के खिलाफ जोरदार कार्रवाई करते हुए आयकर विभाग ने सबसे बड़ी नकदी और ज्वैलरी की जब्ती की है। यही नहीं, इस साल 3,360 करोड़ रुपये के चुकाए नहीं गए टैक्स भी सरेंडर किए गए हैं।
विभाग की ओर से तलाशी, छापे और जब्ती की कार्रवाई में तेजी आई है। इन छापों में आयकर विभाग ने इस साल के पहले सात महीनों में 330 करोड़ रुपये की नकदी, ज्वैलरी और अन्य चल-अचल संपत्तियां जब्त की हैं। बीते साल की इसी अवधि में की गई 102.50 करोड़ रुपये की जब्ती के मुकाबले चालू वर्ष का आंकड़ा तीन गुना ज्यादा है।
इस संबंध में तैयार की गई आधिकारिक रिपोर्ट में कहा गया है कि आयकर छापों और जब्ती का आंकड़ा पिछले पांच साल के रिकॉर्डों को पीछे छोड़ चुका है। इसकी वजह से सरकारी खजाने में खासी टैक्स की खासी रकम आई है।
विभाग ने तलाशी के बाद 3,360 करोड़ रुपये का काला धन भी सरेंडर कराया है। बीते साल की समान अवधि में यह आंकड़ा 2,146 करोड़ रुपये था। सबसे ज्यादा तलाशी अभियान दक्षिणी राज्यों में चलाए गए।
ईमेल आईडी और फोन नंबर दें ईओ
केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने आकलन अधिकारियों यानी एओ को निर्देश दिया है कि वे हर नोटिस में अपने ईमेल और फोन नंबर का जिक्र करें। कई करदाताओं ने शिकायत की थी कि वे एओ को इंटरनेट के जरिये इसलिए जवाब नहीं दे पाते हैं क्योंकि नोटिसों पर संपर्क का ब्योरा नहीं होता है। हाल ही में लांच आयकर विभाग के इनकम टैक्स ई-असेसमेंट के लिए नए पेपरलेस सिस्टम को सफल बनाने और करदाताओं की शिकायतें दूर करने के लिए सीबीडीटी ने यह कदम उठाया है।
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