इसरो लांच करेगा ऐसा सेटेलाइट जो अंतरिक्ष से देगा शांति एवं भाइचारे का संदेश
इसरो के चेयरमैन ए.एस. किरन ने बताया कि जीसैट 9 को 5 मई को लांच किया जाएगा।
नई दिल्ली (जेएनएन)। भारत 5 मई को 'साउथ एशिया सैटेलाइट' लॉन्च करेगा, जो इस क्षेत्र के देशों की कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी को फायदा पहुंचाएगा। इस मिशन में अफगानिस्तान, भूटान, नेपाल, बांग्लादेश, मालदीव्स, और श्रीलंका ने मंजूरी दे दी है।
इसरो के चेयरमैन ए.एस. किरन ने बताया कि जीसैट 9 को 5 मई को लॉन्च किया जाएगा। इसे श्रीहरिकोटा के स्पेस पोर्ट से जीएसएलवी-एफ09 रॉकेट के जरिए छोड़ा जाएगा। किरन कुमार ने बताया कि सैटेलाइट का वजन 2,195 किलोग्राम है, जो 12-केयू बैंड के ट्रांसपोडर्स ले जाएगा। इस मिशन को अगले 12 साल तक के लिए डिजाइन किया गया है। उनके मुताबिक, पहले इसका नाम 'सार्क सैटेलाइट' था, लेकिन पाकिस्तान के बाहर होने के बाद इसे साउथ ईस्ट सैटेलाइट नाम दिया गया।
इसे साउथ एशिया रीजन के डेवलपमेंट के लिए डिजाइन किया गया है। चूंकि, ये क्षेत्र आपदा संभावित है, इसलिए आपदा के समय ये सैटेलाइट इन देशो के बीच कम्युनिकेशन में मददगार होगा। इसके जरिए साउथ एशिया के इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट, टीवी ब्रॉडकास्टिंग, डिजास्टर मैनेजमेंट, टेली-मेडिसन और टेली-एजुकेशन को बढ़ावा मिलेगा।
इस सेटेलाइट के जरिये दक्षिण एशिया के इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट पर भी जोर दिया जाएगा। इसमें हिस्सा लेने वाले देशो को 12 साल तक 1500 मिलियन डॉलर देने होंगे। इसरो अधिकारियों के मुताबिक, मिशन में शामिल हर देश के पास 36 से 54 मेगाहर्ट्ज क्षमता का ट्रांसपोडर भेजने का अवसर है, जिसका इस्तेमाल वे आंतरिक इस्तेमाल के लिए कर सकते हैं।