पंजाब में आतंकी भेजने की साजिश रच रही थी पाक खुफिया एजेंसी
मिंटू ने पूछताछ में बताया कि वह केएलएफ को बढ़ाना चाहता था और इसी को लेकर उसकी लगातार हरमीत से बात होती थी।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। पटियाला स्थित नाभा जेल से फरार होने के बाद दिल्ली में पकड़ा गया खालिस्तान लिब्रेशन फ्रंट (केएलएफ) का आतंकी हरमिंदर सिंह मिंटू पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी इंटर सर्विसेज इंटेलीजेंस (आइएसआइ) से मिलकर पंजाब में आतंकी भेजने की साजिश रच रहा था। जेल से फरार होने से एक दिन पहले ही उसने वीडियो कॉल से हैंडलर हरमीत से बात की थी।
निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन पर पकड़े गए हरमिंदर सिंह मिंटू से बुधवार को भी स्पेशल सेल ने पूछताछ की। सूत्रों की मानें तो पूछताछ में हरमिंदर सिंह मिंटू ने बताया कि उसने 2009 से 2014 के दौरान म्यामार, जर्मनी व कोलंबिया में रहते हुए आइएसआइ से संपर्क बनाया था। वहीं, केएलएफ आतंकी हरमीत पाकिस्तान भागने में सफल हो गया था। वह आइएसआइ के संरक्षण में लाहौर के डेराचल गांव में रह रहा है।
मिंटू ने पूछताछ में बताया कि वह केएलएफ को बढ़ाना चाहता था और इसी को लेकर उसकी लगातार हरमीत से बात होती थी। उसने यह भी बताया कि जर्मनी में केएलएफ को संचालित करने वाले उसके समर्थक उसे हवाला के जरिये रुपये भेजते थे। उसने यह भी बताया कि 27 नवंबर को एक बैंक अकाउंट में कई लाख रुपये भेजे गए थे, जो उसे एक शगुन स्वीट्स के मालिक के जरिये मिलने थे, लेकिन उसी दिन उसके भागने के कारण उसे रुपये नहीं मिल सके और बाद में पंजाब पुलिस ने शगुन स्वीट के मालिक को दबोच लिया।
इसके अलावा इंग्लैंड में मौजूद उसके एक समर्थक संदीप ने भी हवाला के जरिये रुपये भेजे थे। वहीं, दूसरी तरफ गोवा में हरमिंदर के परिवार के मौजूद होने एवं अन्य नेटवर्क की जानकारी लेने के लिए एक टीम गोवा रवाना की गई है। उधर दिल्ली से फरार चल रहे गैंगस्टर कश्मीर सिंह की भी स्पेशल सेल तलाश कर रही है।
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