स्मार्टफोन ऐप के जरिए भारतीय सुरक्षा बलों की जासूसी कर रही ISI
पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ मोबाइल ऐप के जरिए भारतीय एजेंसियों की जासूसी कर रही हैंं। इसकी जानकारी आज केंद्रीय मंत्री ने लोकसभा में दी।
नई दिल्ली (प्रेट्र)। सरकार ने लोकसभा में बताया कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ भारतीय सुरक्षा एजेंसियों की जासूसी स्मार्टफोन के ऐप के जरिए कर रही है। खासकर मोबाइल गेम के जरिए वायरस भेजकर जासूसी की जा रही है। गृह राज्यमंत्री हरिभाई पार्थीभाई चौधरी ने एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी पूर्व सैनिकों को भी लुभाने की कोशिश कर रही है।
जासूसी के लिए वह उन्हें नौकरियों के अवसर और वित्तीय सहायता मुहैया करा रही है। उन्होंने बताया कि ऐसी भी रिपोर्ट मिली है कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी भारतीय सैनिकों के फोन में मोबाइल ऐप के जरिए वायरस भेजकर भी जासूसी कर रही है। वह उनके मोबाइल ऐप जैसे टॉप गन (गेम ऐप), एमपीजंकी (म्यूजिक ऐप), वीडेजंकी (वीडियो ऐप) और टॉकिंग फ्राग (इंटरटेनमेंट ऐप) हैं।
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इन वायरस के मोबाइल में पहुंचते ही फोन की सारी जानकारी खुफिया एजेंसी आइएसआइ को मिल जाती है। लिहाजा सरकार ने कंप्यूटर सुरक्षा नीति और दिशा-निर्देशों को सभी मंत्रालयों और विभागों को भेजा है। ताकि सभी जानकारियों को साइबर हमले का शिकार होने से बचाया जा सके। उन्होंने बताया कि वर्ष 2013-16 के दौरान आइएसआइ के लिए काम करने वाले सात पूर्व सैनिकों की गिरफ्तारी या पहचान हुई थी।
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