शरद पवार ने इशरत जहां को मासूम करार दिया
केंद्रीय मंत्री व राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार ने गुजरात पुलिस के हाथों कथित फर्जी मुठभेड़ में मारी गई इशरत जहां को कॉलेज में पढ़ने वाली मासूम लड़की करार दिया है। उन्होंने शनिवार को कहा कि अपने पर अत्याचार के खिलाफ प्रतिक्रिया व्यक्त करने के लिए मुसलमान जिम्मेदार नहीं ठहराए जा सकते। राष्ट्रवा
पुणे। केंद्रीय मंत्री व राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार ने गुजरात पुलिस के हाथों कथित फर्जी मुठभेड़ में मारी गई इशरत जहां को कॉलेज में पढ़ने वाली मासूम लड़की करार दिया है। उन्होंने शनिवार को कहा कि अपने पर अत्याचार के खिलाफ प्रतिक्रिया व्यक्त करने के लिए मुसलमान जिम्मेदार नहीं ठहराए जा सकते।
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गर्दन फंसी तो गृह मंत्रालय ने इशरत को माना आतंकी
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की त्रैमासिक सभा शनिवार को पुणे में संपन्न हुई। इस मौके पर पवार ने कहा कि 2006 में मालेगांव बम धमाके में 19 मुस्लिम युवकों को तीन साल तक जेल में रहना पड़ा। इसमें उनका दोष नहीं था। इशरत जहां सहित तीनों की एनकाउंटर में मारे जाने की तस्वीरें तो आप सभी ने समाचार पत्रों में देखी होगी। कॉलेज में शिक्षा ले रही इशरत आतंकी कैसे हुई। एनकाउंटर में मारा गया एक युवक तो उसके परिवार का मुखिया था।
इस मामले के अधिकारियों पर कार्रवाई तो हो गई है, लेकिन जो मारे गए उनके परिवार उजड़ गए। ऐसी स्थिति में परिवार पर हुए अत्याचार का गुस्सा किसी के दिमाग में गया तो उसके लिए उसे दोषी नहीं माना जा सकता। हमें पूरी व्यवस्था और इन चीजों की ओर देखने का दृष्टिकोण बदलना चाहिए।
इस बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष विनोद तावड़े ने कहा कि पवार के बयान से साफ है कि वे बदले की भावना का समर्थन कर रहे हैं। करीब पांच साल पहले अलीबाग में भी पवार ने मुस्लिम वोट बैंक को पार्टी की तरफ आकर्षित करने के लिए बम धमाकों की जांच पर सवाल उठाए थे। साथ ही भगवा आतंकवाद का जिक्र किया था। इस बयान के कुछ दिन बाद ही महाराष्ट्र एटीएस की तरफ से साध्वी प्रज्ञा सिंह को गिरफ्तार किया गया। तभी विपक्ष ने कहा था कि पवार के फरमान के बाद हिंदुओं को पकड़ने व फंसाने की कोशिश पुलिस की ओर से शुरू की गई।
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