जापानी पत्रकार, जॉर्डन के पायलट की हत्या की धमकी
स्लामिक स्टेट (आइएस) ने धमकी दी है कि जॉर्डन में बंदी एक महिला आतंकी को अगर 24 घंटे के भीतर नहीं छोड़ा गया तो वह जापानी पत्रकार केंजी गोतो व जॉर्डन के पायलट मुताह अल-कसासबेह को मार देगा। मंगलवार दोपहर पोस्ट किए गए एक ऑनलाइन वीडियो में गोतो जापान सरकार
अम्मान/टोक्यो। इस्लामिक स्टेट (आइएस) ने धमकी दी है कि जॉर्डन में बंदी एक महिला आतंकी को अगर 24 घंटे के भीतर नहीं छोड़ा गया तो वह जापानी पत्रकार केंजी गोतो व जॉर्डन के पायलट मुताह अल-कसासबेह को मार देगा। मंगलवार दोपहर पोस्ट किए गए एक ऑनलाइन वीडियो में गोतो जापान सरकार से कह रहे हैं कि वह महिला आतंकी साजिदा अल-रिसावी की रिहाई के लिए जॉर्डन पर दबाव बनाएं।
वीडियो के अनुसार, गोतो ने यह भी कहा कि जॉर्डन द्वारा साजिया को छोड़ने के बाद ही आइएस उसे रिहा करेगा। यदि साजिया 24 घंटे में रिहा नहीं की गई, तो आइएस, गोतो व कसासबेह को मार देगा। सीरिया में गत माह कसासबेह का विमान क्रैश हो गया था। इसी दौरान आतंकियों ने उसे बंदी बना लिया।
इस संकट निपटने के लिए अम्मान में डटे जापानी विदेश राज्य मंत्री यशुहिदे नकायामा ने कहा कि वह दोनों देशों के नागरिकों की सुरक्षित रिहाई के लिए साथ मिलकर प्रयास करेंगे।
यह भी अटकलें हैं कि जेल में बंद आतंकियों और बंधकों की अदला-बदली हो सकती है। इन कयासों को जॉर्डन के शाह अब्दुल्ला के उस बयान से भी बल मिला है, जिसमें उन्होंने पायलट की रिहाई को देश के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता करार दिया है।
गौरतलब है कि 1240 करोड़ रुपये फिरौती नहीं मिलने पर आइएस पहले ही एक जापानी बंधक हरुना युकावा की हत्या कर चुका है।
कौन है साजिदा अल-रिसावी
साजिदा एक इराकी महिला है। वर्ष 2005 में अम्मान के तीन होटलों पर हुए आतंकी हमलों में उसका हाथ था। इन हमलों में 60 लोगों की मौत हो गई थी। दरअसल, वह अपने शरीर पर बंधा विस्फोटक उड़ा नहीं पाई, इसलिए पकड़ी गई। बाद में उसे मौत की सजा सुनाई गई। अभी वह जॉर्डन की जेल में बंद है। अलकायदा की इराक शाखा के पूर्व नेता अबु मुसाब जकवी की वह करीबी मानी जाती है।