फिटनेस टेस्ट में असफल होने के कारण आइपीएस प्रशिक्षु बर्खास्त
आइपीएस ट्रेनी को उसके प्रोबेशन पीरियड के दौरान फिटनेस की परीक्षा में अनुतीर्ण होने के कारण बर्खास्त कर दिया गया।
नई दिल्ली (जेएनएन)। सरकार ने महाराष्ट्र कैडर के 2010 बैच के आइपीएस प्रोबेशनर सालुंखे दीपक आत्माराम को बेसिक ट्रेनिंग कोर्स की फिजिकल फिटनेस की परीक्षा में असफल होने के बाद हटा दिया। नेशनल पुलिस अकेडमी (एनपीए) के केवल फिजिकल फिटनेस परीक्षा ही नहीं बाकी के मौकों पर भी सालुंखे चूक गए
पिछले साल जुलाई में सालुंखे को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए पूछा गया था- आइपीएस से उन्हें क्यों नहीं बर्खास्त किया जाना चाहिए। 2017 के जनवरी में रिमाइंडर के बावजूद उन्होंने इसका जवाब नहीं दिया। आखिर कार 22 मार्च को आइपीएस के पद से बर्खास्त की नोटिस में कहा गया- ‘आइपीएस के लिए आवश्यक बुनियादी फिजिकल फिटनेस सालुंखे में नहीं है... सालुंखे ने प्रोबशन पीरियड के दौरान अपने कतर्व्यों व अध्ययन की जानबूझकर उपेक्षा की।‘ यह पहली बार नहीं है कि फिटनेस की परीक्षा में असफल रहने के कारण किसी आईपीएस अधिकारी को बर्खास्त किया गया हो।
इससे पहले झारखंड कैडर के 2010 बैच के आइपीएस अधिकारी, कुसुम पुनिया और वेस्ट बंगाल कैडर के 2011 बैच के कुमार गौतम को इसी कारण से बर्खास्त किया गया था। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने एनपीए कोर्स के शेष परीक्षा में उतीर्ण होने के बाद उन्हें बहाल करने की अनुमति दे दी और वे दोबारा आइपीएस अधिकारी के पद पर नियुक्त किए गए।
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