युवराज के लिए खास है ये आइपीएल फाइनल क्योंकि ऐसा पहली बार हुआ है
अब इसे युवराज सिंह का खराब किस्मत कहें या कुछ और वो आइपीएल के पिछले सीजन तक जिस भी टीम के साथ जुड़े वो टीम फाइनल में नहीं पहुंची। ये पहली बार हुआ है।
नई दिल्ली, [संजय सावर्ण]। अब इसे युवराज सिंह का खराब किस्मत कहें या कुछ और वो आइपीएल के पिछले सीजन तक जिस भी टीम के साथ जुड़े वो टीम फाइनल में नहीं पहुंची। ये पहली बार हुआ है कि युवी आइपीएल 9 में हैदराबाद टीम का हिस्सा हैं और टीम फाइनल में पहुंची है। एक नजर डालते हैं युवी के आइपीएल सफर पर कि वो किस-किस टीम से जुड़े और वो टीम फाइनल तक नहीं पहुंची।
इन टीमों के साथ आइपीएल में जुड़े युवी
वर्ष 2008-2010 (किंग्स इलेवन पंजाब)- इस दौरान ये टीम फाइनल तक नहीं पहुंची।
वर्ष 2011-2013 (पुणे वॉरियर्स इंडिया)- युवी के रहते ये टीम भी फाइनल में जगह नहीं बना पाई।
वर्ष 2014 (रॉयल चैलेंजर बैंगलोर)- इस वर्ष बैंगलोर फाइनल में नहीं पहुंची।
वर्ष 2015 (दिल्ली डेयरडेविल्स)- एक बार फिर युवी इस टीम के लिए लकी नहीं रहे।
वर्ष 2016 (सनराइजर्स हैदराबाद)- टीम फाइनल में पहुंची।
युवी के पास हीरो बनने का शानदार मौका
बेशक युवी वर्ष 2008 से 2015 तक जिस भी टीम में रहे और वो टीम फाइनल तक पहुंचने में कामयाब नहीं हो पाई हो मगर इस बार हालात बदल गए हैं। युवी की टीम फाइनल में है और टीम को खिताब जीतने के लिए बस एक मैच ही जीतना है। हालांकि विरोधी टीम बेहद मजबूत है मगर युवी का बल्ला इस मैच में चल जाता है तो विरोधी टीम के लिए मुश्किल खड़ी हो सकती है। वैसे भी युवराज के पास खुद को साबित करने का ये शानदार मौका है। हालांकि अब तक इस आइपीएल सीजन में एकाध पारी को छोड़कर वो खुद को साबित नहीं कर पाए हैं।