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सहारनपुर हिंसाः अफवाहों से बचने के लिए मोबाइल इंटरनेट और मैसेजिंग सर्विस पर रोक

प्रशासन का कहना है कि सहारनपुर से जुड़े कई ऐसे मैसेज और वीडियो व्हाट्सएप और अन्य सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं जो गलत हैं।

By amal chowdhuryEdited By: Published: Thu, 25 May 2017 08:47 AM (IST)Updated: Thu, 25 May 2017 09:35 AM (IST)
सहारनपुर हिंसाः अफवाहों से बचने के लिए मोबाइल इंटरनेट और मैसेजिंग सर्विस पर रोक
सहारनपुर हिंसाः अफवाहों से बचने के लिए मोबाइल इंटरनेट और मैसेजिंग सर्विस पर रोक

लखनऊ (जेएनएन)। सहारनपुर में लगातार जातीय हिंसा भड़कने के मामलों को रोकने के लिए यूपी सरकार ने जहां एक तरफ बड़े स्तर के अधिकारियों को निलंबित कर दिया वहीं शहर में इंटरनेट की सेवाएं भी बंद कर दी गई हैं। सोशल मीडिया पर फैल रही अफवाहों को रोकने के लिए प्रशासन की तरफ से यह कदम उठाया गया है।

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प्रशासन का कहना है कि सहारनपुर से जुड़े कई ऐसे मैसेज और वीडियो व्हाट्सएप और अन्य सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं जो गलत हैं। ऐसे में वहां हिंसा भड़कने का और अ​धिंक आशंका है इसलिए यह फैसला किया गया है। एक ​वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार लोग अन्य प्रदेशों में हुई हिंसक घटनाओं की वीडियो और तस्वीरें सोशल मीडिया पर सहारनपुर हिंसा की बताकर शेयर कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है लेकिन प्रशासन ने फिलहाल एहतियात के तौर पर इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी हैं।

वहीं कई राजनीतिक पार्टियों ने भी योगी सरकार को इस हिंसा के बाद घेरना शुरू कर दिया है। भीम आर्मी के नेता चंद्रशेखर आजाद ने योगी सरकार पर हमला बोला और एक जाति विशेष के लिए काम करने का आरोप लगाया है। चंद्रशेखर ने एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में दावा किया है कि वह आत्मसमर्पण करने के लिए तैयार हैं। साथ ही उन्होंने योगी आदित्यनाथ सरकार पर जातिगत भेदभाव करने का भी आरोप लगाया। विपक्ष भी सहारनपुर में हिंसा को लेकर यूपी सरकार पर हमलावर है।

कांग्रेस ने उठाए सवाल: दूसरी तरफ सहारनपुर में हिंसा को रोकने में नाकाम रहने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस, एसपी, बीएसपी ने योगी सरकार पर हमला बोला है। कांग्रेस ने प्रदेश की बीजेपी सरकार पर दलितों की रक्षा करने में विफल रहने का आरोप लगाते हुए सहारनपुर हमलों की स्वतंत्र जांच कराने और जिले के पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ मामले दर्ज करने की मांग की।

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सपा ने भी लगाए आरोप: एसपी के मुख्य प्रान्तीय प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने आरोप लगाया कि क्षेत्र में हिंसा पर नियंत्रण नहीं हो पा रहा है। तलवार और दूसरे घातक शस्त्रों का इस्तेमाल हो रहा है। परिवार दहशत में हैं। चौधरी ने आरोप लगाया कि बीजेपी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अपने सभी विरोधियों का वजूद मिटाने की साजिश में जुटा है।

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