अंतरराष्ट्रीय फ्लीट रिव्यू-2016 का शानदार आगाज, भारत ने दिखाई अपनी ताकत
देश के पूर्वी तट पर पहली बार आयोजित अंतरराष्ट्रीय फ्लीट रिव्यू-2016 का शानदार आगाज हो गया। दुनिया भर के 50 देशों की नौसेनाओं के साथ भारतीय नौसेना ने अपनी ताकत और कौशल का प्रदर्शन पूरे जोश से किया।
विशाखापट्टनम। देश के पूर्वी तट पर पहली बार आयोजित अंतरराष्ट्रीय फ्लीट रिव्यू-2016 का शानदार आगाज हो गया। दुनिया भर के 50 देशों की नौसेनाओं के साथ भारतीय नौसेना ने अपनी ताकत और कौशल का प्रदर्शन पूरे जोश से किया।
सशस्त्र सेनाओं के सर्वोच्च कमांडर प्रणब मुखर्जी ने 'आइएनएस सुमित्रा' में सवार होकर विशाखापत्तनम में तैनात भारतीय नौसेना के 71 जहाजों के बेडे़ का निरीक्षण किया। इतिहास में पहली बार देशी-विदेशी 95 युद्धपोतों के साथ भारतीय नौसेना ने भारतीय जल क्षेत्र में जंगी बेड़ों का इतना बड़ा जमावड़ा लगाया है।
विशाखापत्तनम में शनिवार की सुबह अंतरराष्ट्रीय फ्लीट रिव्यू के मौके पर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इसके बाद उन्होंने नौसैनिक युद्धपोतों के साथ ही भारतीय पनडुब्बियों और हवाई बेड़ों का भी निरीक्षण किया।
राष्ट्रपति मुखर्जी के साथ इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर भी शामिल हुए। सुबह 9 बजे शुरू हुए इंटरनेशनल फ्लीट रिव्यू (आइएफआर) 2016 में 95 जंगी जहाजों ने भाग लिया। जंगी जहाजों का यह मेला दोपहर करीब पौने 12 बजे तक चला। इस बीच नौसैनिक कमांडो और हेलीकॉप्टरों के प्रदर्शन हुए।
नौसेना के रोटरी विमानों ने हवा में 15 किस्म की व्यूहरचना की। फ्लीट रिव्यू में इस बार भारतीय नौसेना के युद्धपोतों के साथ ही अमेरिका, फ्रांस, ब्रिटेन, चीन समेत 50 देशों की नौसेनाओं के 24 विदेशी जहाज भी हिस्सा ले रहे हैं।
फ्लीट रिव्यू में भारतीय नौसेना के 71 जहाज हैं, जिसमें दोनों विमानवाहक नौसैनिक बेड़े आइएनएस विक्रमादित्य और आइएनएस विराट भी शामिल हैं। आइएनएस विराट हालांकि जल्द ही भारतीय नौसेना को अलविदा कह देगा। इस बार भारतीय पनडुब्बियों और मिसाइल नष्ट करने वाले युद्धपोत 'रनवीर' ने भी जलवे बिखेरे। इजराइली सुपरद्रोवा एमके-2 की तर्ज पर बने भारतीय नौसेना के घातक एक्सट्रा फास्ट अटैक क्राफ्ट को भी प्रदर्शित किया गया।
उल्लेखनीय है कि आजादी के बाद से अब तक 11 फ्लीट रिव्यू हो चुके हैं। भारत में आयोजित होने वाला यह दूसरा अंतरराष्ट्रीय फ्लीट रिव्यू है। इससे पहले 2001 में दिवंगत राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम की अध्यक्षता में मुंबई में बेड़ा समीक्षा का आयोजन किया गया था, जिसमें 29 देशों ने हिस्सा लिया था। 1953 में पहली बार भारत ने फ्लीट रिव्यू किया था।
50 नौसेनाएं वफादारी और राष्ट्र शक्ति दर्शा रहीं : प्रणब
राष्ट्रपति ने कहा कि बंगाल की खाड़ी में अंतरराष्ट्रीय फ्लीट के निरीक्षण में 50 मित्रवत नौसेनाओं के सैन्य अभ्यास के लिए अपने नौसैनिक जहाज और युद्धपोत भेज रही हैं। उनके प्रतिनिधिदल भारत के पूर्वीतट पर स्थित विशाखापत्तनम में शिरकत करने आए हैं। फ्लीट रिव्यू में शामिल नौसेनाएं अपनी वफादारी, राष्ट्र की शक्ति और विभिन्न देशों के बीच आपसी सहयोग को दर्शाती हैं। अंतरराष्ट्रीय फ्लीट रिव्यू-2016 में भारतीय नौसेना अपने कौशल और तैयारी का प्रदर्शन करेगी। ताकि भारतीय तटों की सुरक्षा, शांति कायम करने के लिए समुद्र की साझा सीमाओं का उपयोग और जल सीमाओं के भविष्य को सुरक्षित किया जा सके।