दुनिया का सबसे पुराना सेवारत युद्धपोत आइएनएस विराट हुआ रिटायर
भारतीय नौसेना के बेड़े में दूसरे विमान वाहक पोत आईएनएस विराट को आज सेवा से हटा दिया गया।
मुम्बई (जेएनएन)। भारतीय नौसेना को तीन दशक तक अपनी सेवाएं देने वाला और पांच दशक से अधिक समय तक महासागर का सीना चीरने वाला आइएनएस विराट सोमवार को रिटायर हो गया। ग्रैंड ओल्ड लेडी नाम से जाने-जाने वाले इस युद्धपोत ने तनातनी के अहम मौकों पर देश का सिर ऊंचा रखा। 2013 में आइएनएस विक्रमादित्य के नौसेना में शामिल होने तक आइएनएस विराट ही नौसेना का प्रमुख युद्धपोत रहा।
आईएनएस विराट उन्नत किस्म का दूसरा विमान वाहक पोत है जिसने भारतीय नौसेना में 30 सालों तक सेवा दी है और इससे पहले उसने ब्रिटेन के रॉयल नेवी में 27 सालों तक सेवा दी थी। खबरों की मानें तो कि अगर अगले 4 माह में आईएनएस विराट को कोई खरीदार नहीं मिला तो विराट को तोड़ने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी और इस तोड़ दिया जाएगा।
आईएनएस विराट को सेवा से हटाए जाने के बाद भारतीय नौसेना के पास दो विमान वाहक पोत कम हो जाएंगे क्योंकि आईएनएस विक्रांत को पहले ही सेवा से हटाया जा चुका है। एचएमएस हर्मीस के नाम से पहचाने जाने वाला पोत 1959 से रॉयल नेवी की सेवा में था। 1980 के दशक में भारतीय नौसेना ने इसे साढ़े छह करोड़ डॉलर में खरीदा था और 12 मई 1987 को सेवा में शामिल किया।
यह इतिहास में सबसे ज्यादा सेवा देने वाला पोत है। पोत के भविष्य के बारे में केंद्र सरकार निर्णय करेगी। इसको लेकर आज शाम 4.30 बजे नौसेना द्वारा कार्यक्रम आयोजित किया गया है। कार्यक्रम में नौसेना प्रमुख सुनील लांबा और ब्रिटेन की रॉयल नेवी के फर्स्ट सी लॉर्ड एडमिरल फिलिप जोन्स शामिल होंगे। साथ ही वेस्टर्न नेवल कमांड के प्रमुख गिरीश लूथरा मौजूद रहेंगे।
यह भी पढ़ें: कहीं औने-पौने भाव में न बिक जाए वॉरशिप ‘INS विराट’
यह भी पढ़ें: अपने अंतिम सफर पर मुंबई से कोच्चि रवाना हुआ आईएनएस विराट