भारत में बना सबसे बड़ा वारशिप 'INS कोच्चि' नौसेना में शामिल
युद्धपोत आईएनएस कोच्चि ने देश की सुरक्षा के लिए मोर्चा संभाल लिया है। रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर के हाथों इस पोत का जलावतरण मुंबई स्थित नौसेना डॉकयार्ड में किया गया। दुश्मनों के छक्के छुड़ाने के लिए आईएनएस कोच्चि को कई आधुनिकतम हथियारों एवं सेंसरों से लैस किया गया है।
मुंबई। एक और स्वदेश निर्मित युद्धपोत आईएनएस कोच्चि ने देश की सुरक्षा के लिए मोर्चा संभाल लिया है। रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर के हाथों इस पोत का जलावतरण मुंबई स्थित नौसेना डॉकयार्ड में किया गया। दुश्मनों के छक्के छुड़ाने के लिए आईएनएस कोच्चि को कई आधुनिकतम हथियारों एवं सेंसरों से लैस किया गया है। यह देश में निर्मित सबसे बड़ा जंगी जहाज भी है।
इस युद्धपोत पर तैनात खतरनाक हथियारों में आकाश में मार करने वाली मिसाइलें भी शामिल हैं। ये मिसाइलें समुद्र एवं सतह पर लंबी दूरी तक मार कर सकती हैं। आईएनएस कोच्चि भारत की दूसरी एवं दुनिया के ऐसे कुछ युद्धपोतों में से एक है, जो सतह से हवा में मार करने के लिए मल्टी-फंक्शन निगरानी यंत्रों एवं रडारों से लैस है।
दूसरी ओर सतह अथवा हवा से किए गए प्रहार से बचाव के लिए पोत पर विशेष इंतजाम भी किए गए हैं। कई और तकनीकी साधनों से लैस इस युद्धपोत के डेक पर सी-किंग 42बी अथवा चेतक जैसे दो हेलीकॉप्टर तैनात रह सकते हैं।
7500 टन विस्थापन क्षमता वाले 164 मीटर लंबे एवं बीम पर 17 मीटर चौड़ाई वाला यह पोत कोलकाता श्रेणी का दूसरा युद्धपोत है। इसे निर्देशित मिसाइल विद्धवंसक श्रेणी का युद्धपोत कहा जाता है। नौसेना डिजाइन निदेशालय की योजना के अनुसार इस पोत का निर्माण मुंबई स्थित मझगांव डॉकयार्ड लिमिटेड ने किया है। करीब एक दशक पहले कमीशन हुए दिल्ली श्रेणी के तीन युद्धपोतों के बाद अब कोलकाता श्रेणी का यह दूसरा स्वदेश निर्मित युद्धपोत भारतीय समुद्री सीमाओं की हिफाजत करने के लिए तैयार है।
तीन हाईस्पीड नौकाएं नेवी में हाेंगी शामिल
तीन हाईस्पीड गश्ती नौकाएं मंगलवार से नेवी में शामिल हो जाएंगी। इनमें लेटेस्ट कम्युनिकेशन सिस्टम, हेवी और लाइट मशीन गन लगी है। इसके बाद समुद्री सुरक्षा पूरी चाकचौबंद हो जाएगी। वहीं, पश्चिमी नौसैन्य कमान के क्षेत्र में आने वाले नौ राज्यों के मछुआरों में लगभग 65 हजार लोगों को बायोमीट्रिक आईकार्ड दिया गया है।
क्या खास है आईएनएस कोच्चि में
- 164 मीटर लंबा, 17 मीटर चौड़ा आईएनएस कोच्चि 7500 टन वजन के साथ 30 नॉट्स की स्पीड से चल सकता है।
- आईएनएस कोच्चि कोलकाता श्रेणी (प्रोजेक्ट 15-ए) का दूसरा लड़ाकू जहाज है।
- मिसाइल से लैस जहाज दुश्मन के रडार को चकमा देने में सक्षम है।
- इसमें 40 अफसर समेत 350 नेवी के जवान तैनात होंगे।
- यह पूरी तरह होम मेड है। इसमेें वुमन नेवी अफसर भी रहेंगी।
- 16 सुपरसोनिक ब्रम्होस मिसाइल से लैस। इसके अलावा 76-एमएम की सुपर रैपिड गन और एके-630 भी शामिल।
- इस पर सीकिंग और चेतक जैसे दो हेलिकाॅप्टर भी रखे जा सकते हैं।